गाजीपुर। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) में चल रहे विवादों को लेकर संस्था द्वारा प्रेस वार्ता कर मामले की जानकारी साझा की गई। वार्ता में कहा गया कि यह एक स्वात्त संस्था है,जो भारतीय कंपनी अधिनियम के नियमों के अंतर्गत पंजीकृत है। इसलिए संस्था को लेकर किसी के पास कोई भी विशेषाधिकार नहीं है। लेकिन अगर कोई इस कानून का पालन नहीं करता है तो उसके खिलाफ क़ानूनी कार्यवाही की जा सकती है। अभी जिन मामलों पर विवाद चल रहें है, उनकी जांच की जा रही है।
क्या है UPCA विवाद ?
दरअसल बिभाग में इस बात को लेकर विवाद चल रहा है कि यू.पी.सी.ए. के अप्सेक्स कौंसिल सदस्य संजीव कुमार सिंह ने संस्था में अपने जगह अपने प्रतिनिधि का चयन किया। अपने उपर लगे इस आरोप को इन्कार करते हुए बताया कि ‘’ न तो उन्होंने कोई प्रतिनिधि नियुक्त किया है और न ही इस सम्बन्ध में उन्हें किसी भी प्रकार की कोई जानकारी है’’
आरोपों की जांच चल रही है, दोषी पर कारवाई की जायेगी
अन्य आरोपों को लेकर विभाग द्वारा बताया गया कि बहुत से ऐसे मामले है जो निजी है, उन मामलों में UPCA. तथा खेल जगत के बीच कोई सम्बन्ध नहीं है। फिर भी इसके जांच के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया गया है | जांच के उपरांत दोषी के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी| इसके आलवे अहर मीडिया के पास कोई खबर आती है तो वो सीधे तौर पर मुझसे भी संपर्क कर सकते है। उन्होंने मीडिया को अपना फोन नंबर भी दिए।
विभाग के अधिकारी मौजूद रहे
प्रेस वार्ता में उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) के संयुक्त सचिव रियासत अली, लीगल सेल के चेयरमैन इंदु प्रकाश मिश्रा, अपैक्स कौंसिल सदस्य संजीव कुमार सिंह तथा मीडिया प्रभारी मो० फहीम उपस्थित थे।