बुलंदशहर। उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर में सुलैला गांव से जलालपुर को जोडने वाली मुख्य सड़क के निर्माण नही होने के कारण ग्रामीणों ने आगामी लोकसभा में Election boycott का एलान किया हैं। ग्रामीणों का कहना हैं कि यूपी व केंद्र की डबल इंजन वाली बीजेपी सरकार को वोट देने के बाद भी गांव की पक्की सड़क का निर्माण नहीं हो सका।
ग्रामीणों ने किया Election boycott का ऐलान
बुलंदशहर से बीजेपी ने इस बार फिर से वर्तमान सांसद डा. भोला सिंह को ही प्रत्याशी बनाया है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने पिछले चुनाव में भोला सिंह को ही वोट दिया था लेकिन इसके बावजूद भी सुलैला गांव से जलालपुर को जोडने वाली मुख्य सड़क का निर्माण नहीं हो सका। इसलिए इस बार हम Election boycott करेंगे। ग्रामीणों ने गांव में जगह-जगह पोस्टर लगा वोट नहीं तो रोड नहीं सहित मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए आक्रोष व्यक्त किया।
जनप्रतिनिधि वोट लेने के बाद इस गांव की तरफ मुडकर भी नही देखते : ग्रामीण
ज्ञात हो की सुलैला गांव से जलालपुर को जोडने वाला करीब 1200 मीटर जर्जर खडंजा मार्ग हापुड-अमरोहा जनपदों की दूरी कम करता है। भूतपूर्व जिला पंचायत बलवीर सिंह ने बताया कि स्थानीय जनप्रतिनिधि वोट लेने के बाद इस गांव की तरफ मुडकर नही देखते। पूरा गांव बीजेपी को हर चुनाव में समर्थित रहा। बार बार शिकायत व दो दो बार चुने गये प्रतिनिधियों की गैर जिम्मेदार वाले रवैये से रोड का निर्माण नही हो सका। जबकि सरकार रोड का जाल हर जगह बिछा रही है। इसलिए अब ग्रामीणों ने गांव के मुख्य रास्तों पर Election boycott के बैनर लगाकर, रोड नहीं तो वोट नहीं के नारे लगाकर शासन प्रशासन तक अपनी बात पहुंचायी।
ग्रामीणों में जनप्रतिनिधियों के प्रति खासी नाराजगी
ग्रामीणों में जनप्रतिनिधियों को लेकर खासी नाराजगी देखने को मिली रही हैं। ग्रामीणों ने दो बार के सांसद, भोला सिंह, विधायक देवेंद्र सिंह लोधी और ब्लाक प्रमुख के प्रति जमकर भड़ास निकाली और चुनाव बहिष्कार का ऐलान कर दिया। हाल ही में सांसद द्वारा क्षेत्र में भ्रमण के बाद सुलैला नही पहुंचना भी ग्रामीणों को खल रहा है। ग्रामीण बताते है कि सुलैला गांव की अनदेखी सभी प्रतिनिधि करते आ रहे है।