लखनऊ। अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले प्राणप्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए पूरे विधि-विधान से श्रीरामलाला के विग्रह को नवनिर्मित मंदिर के गर्भगृह में रख दिया गया है। जहां मूर्ति को प्राणप्रतिष्ठा कार्यकम के दौरान स्थापित किया जाएगा। कार्यक्रम से पहले रामलला की प्रतिमा की गर्भगृह से पहली तस्वीर सामने आ गई है। यह अब सोशल मीडिया पर वायरल है। जैसा की पहले बताया गया था कि मंदिर गर्भ गृह में राम लला के बचपन की मूर्ति रहेगी, तस्वीर में भी रामलला गर्भगृह में बालस्वरूप में ही नजर आ रहे हैं।
दो प्रतिमा का होगा प्राणप्रतिष्ठा
प्राणप्रतिष्ठा के लिए रामलला की इस मूर्ति को कर्नाटक प्रसिद्ध मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाया है।रामलला के प्रतिमा को गर्भगृह में रखने से पहले विभिन्न संस्कार और पूजन किए गए। इसके बाद अब 22 जनवरी को प्राणप्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान स्थापित किया जाएगा है। 22 जनवरी को विभिन्न अनुस्थानों के बीच प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम होगा। मंदिर से जुड़े पुरोहित ने मीडिया को बताया कि प्रतिमा को 21 जनवरी तक जीवनदायी तत्वों से सुवासित कराया जाएगा। यह कार्यक्रम गुरुवार शुरू हुई और फिर गर्भगृह में भगवान चल के साथ अचल स्वरूप में विराजमान होंगे। राम लला की ये दोनों प्रतिमाएं बुधवार को राम मंदिर में लाई गई जहां इसे स्थापित किया जाएगा।
प्राणप्रतिष्ठा कार्यक्रम के चौथे दिन ये प्रक्रिया होगा
आज प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का चौथा दिन है। राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र द्वारा मिली जानकारी के अनुसार आज होने वाले कार्यक्रम में प्रातः 9 बजे अरणिमन्थन से अग्नि प्रकट होगी। उसके पूर्व गणपति आदि स्थापित देवताओं का पूजन, द्वारपालों द्वारा सभी शाखाओं का वेदपारायण, देवप्रबोधन, औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास, कुण्डपूजन, पञ्चभूसंस्कार होगा। अरणिमन्थन द्वारा प्रगट हुई अग्नि की कुण्ड में स्थापना, ग्रहस्थापन, असंख्यात रुद्रपीठस्थापन, प्रधानदेवतास्थापन, राजाराम – भद्र – श्रीरामयन्त्र – बीठदेवता – अङ्गदेवता – आवरणदेवता – महापूजा, वारुणमण्डल, योगिनीमण्डलस्थापन, क्षेत्रपालमण्डलस्थापन, ग्रहहोम, स्थाप्यदेवहोम, प्रासाद वास्तुश्शान्ति, धान्याधिवास सायंकालिक पूजन एवं आरती होगी।