SC: Supreme Court of India (सुप्रीम कोर्ट) ने गुरुवार को Samay Raina और कुछ अन्य कॉमेडियंस — Vipul Goyal, Balraj Paramjeet Singh Ghai, Sonali Thakkar, और Nishant Jagdish Tanwar को निर्देश दिया है कि वे हर महीने कम-से-कम दो शोज़ करें, जिनका मकसद दिव्यांग लोगों के लिए फंड जुटाना और उनकी कहानियों को सामने लाना हो। कोर्ट ने कहा है कि ये कार्यक्रम केवल मनोरंजन के लिए नहीं होंगे, बल्कि इनका उद्देश्य होगा — दिव्यांगों की सफल-कहानियाँ दिखाना और उनके इलाज के लिए आर्थिक मदद जुटाना। इस आदेश का कारण यह है कि इन कॉमेडियंस पर पहले आरोप लगे थे कि उन्होंने ऐसे जोक्स किए थे, जिनसे दिव्यांग लोगों की भावनाओं को ठेस पहुँची। अब अदालत ने उन्हें समाज-कर्तव्य निभाने का एक मौका दिया है।
अदालत ने स्पष्ट किया कि यह कोई सज़ा नहीं है, बल्कि एक “सामाजिक दायित्व (social burden)” है — ताकि समाज की सोच बदले और सम्मान मिल सके, न कि सिर्फ मुआवज़ा।
यह कदम Cure SMA फाउंडेशन द्वारा विकलांग लोगों के खिलाफ असंवेदनशील टिप्पणी करने वाले हास्य कलाकारों के खिलाफ निर्देश देने की मांग वाली याचिका के बाद उठाया गया। भारत के मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत ने कहा कि CURE SMA द्वारा उठाए गए मुद्दे के संबंध में, वरिष्ठ अधिवक्ता अपराजिता सिंह ने एक संक्षिप्त नोट प्रस्तुत किया था, जिसमें उन व्यक्तियों की सफलता की कहानियों को रेखांकित किया गया था, जो कुछ रचनाकारों द्वारा बनाए गए अनुचित और परिहार्य यूट्यूब शो के विषय थे।









