नई दिल्ली। रायबरेली से अपने राजनैतिक करियर की शुरुआत करने वाली कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सोनिया ने राजस्थान से राज्यसभा के लिए अपना नामांकन पत्र भरा है। इंदिरा गांधी के बाद कांग्रेस परिवार से राज्यसभा के लिए नामांकन भरने वाली वो दूसरी सदस्य है। लगभग 20 सालों से रायबरेली की सांसद रहने के बाद उन्होंने चुनाव राजनीति को छोड़ने का निर्णय लिया है। सोनिया गांधी के इस फैसले के पीछे उनके स्वास्थ के कारण बताए जा रहें है।राज्यसभा से नामांकन भरने के बाद उन्होंने रायबरेली की जनता के नाम पत्र लिख धन्यवाद किया। उन्होंने लिखा कि अब वो रायबरेली से चुनाव नहीं लड़ेंगी, लेकिन मन और प्राण से वो हमेशा रायबरेली की ही रहेंगी।
पढिए उनका पूरा लेटर….
पूर्व अध्यक्ष का अब तक का राजनीतिक सफर
- 1997- सोनिया ने कांग्रेस की अधिकारीक सदस्यता लिया।
- 1997 से 2017- कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष बनीं। सबसे लंबे समय तक पार्टी अध्यक्ष।
- 1999 – बेल्लारी (कर्नाटक) और अमेठी (उत्तरप्रदेश) से लोकसभा चुनाव लड़ी और जीती।
- 2004-2019 -रायबरेली से लोकसभा चुनाव जीती
- 2006 – पहले पद से इस्तीफा दिया और फिर उप चुनाव में जीतकर वापस सदन में आई।
- 2006- राष्ट्रीय सलाहकार समिति की अध्यक्ष बनी। समिति के सिफारिस पर सरकार ने राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) और सूचना अधिकार अधिनियम कानून लागू किया।
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- 2007- महात्मा गांधी के जन्मदिन पर सोनिया गांधी ने संयुक्त राष्ट्र को संबोधित किया। जिसके बाद उनकी सिफारिस पर 15 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा
- दिवस के रूप में मनाया जाने की घोषणा हुई।
- 2004, 2007, 2009- सोनिया गांधी को फोर्ब्स ने दुनिया की सबसे ताकतवर महिलाओं की लिस्ट में शामिल किया।
- 2009 – आम चुनावों में सोनिया के नेतृत्व में कांग्रेस ने 1991 के बाद पहली बार 200 से ज्यादा सीटें जीतीं
- 2014 – लोकसभा चुनावों में पार्टी ने सोनिया के नेतृत्व में अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन किया