नई दिल्ली : हाल ही में, उत्तर प्रदेश के एक गांव में भेड़िए और सियारों का आतंक बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार, ये जानवर न केवल खेतों में घुसकर फसलें नष्ट कर रहे हैं, बल्कि लोगों पर भी हमले कर रहे हैं।गांव के एक परिवार में रात के समय एक भयावह घटना हुई। सोते हुए बच्चे पर एक सियार ने हमला कर दिया।
बच्चे की चीख सुनकर परिवार के अन्य सदस्य जाग गए और उसे बचाने के लिए दौड़े। गंभीर चोटों के साथ बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत स्थिर है। यह घटना न केवल उस परिवार के लिए, बल्कि पूरे गांव के लिए चिंता का विषय बन गई है। स्थानीय लोग इस प्रकार के हमलों से डरे हुए हैं और अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।
ब्रेड बेचने आए युवक को बनाया शिकार
इस घटना के बाद एक और मामला सामने आया, जिसमें एक युवक जो ब्रेड बेचने आया था, भेड़िए का शिकार बन गया। युवक जैसे ही गांव में ब्रेड बेचने आया, उसे अचानक भेड़िए ने घेर लिया और हमला कर दिया। युवक की चीख सुनकर आसपास के लोग तुरंत मदद के लिए दौड़े। हालांकि, युवक को गंभीर चोटें आई हैं, और उसे भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ग्रामीणों का आक्रोश
इन घटनाओं के बाद ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया है। लोग मांग कर रहे हैं कि प्रशासन इन जंगली जानवरों को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कदम उठाए। गांव में सुरक्षा बढ़ाने और हमलों को रोकने के लिए रात्रि गश्त का भी सुझाव दिया गया है।
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प्रशासन की प्रतिक्रिया
स्थानीय प्रशासन ने स्थिति को गंभीरता से लिया है और जंगली जानवरों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए टीमों का गठन किया है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वे इस समस्या का समाधान करने के लिए जल्द ही एक योजना बनाएंगे। भेड़िए और सियारों के हमले ने गांव के लोगों में भय का माहौल बना दिया है। ऐसे में यह जरूरी है कि प्रशासन प्रभावी उपाय करें ताकि ग्रामीण सुरक्षित महसूस कर सकें और इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके।