नई दिल्ली: स्वीडन (Sweden)ने बच्चों को लेकर एक अहम फैसला लिया है, जिसमें 2 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए स्क्रीन के उपयोग पर पूरी तरह से बैन लगाया गया है। इसका मतलब है कि अब इन बच्चों को किसी भी तरह की स्क्रीन, जैसे टेलीविजन या मोबाइल फोन का उपयोग नहीं करने दिया जाएगा। सरकार की ओर से जारी सलाह में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि बच्चों को स्क्रीन का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
स्वीडन (Sweden) सरकार के इस सलाह के अनुसार, 2 से 5 साल के बच्चे दिन में ज्यादा एक घंटे स्क्रीन का यूज कर सकते हैं, जबकि 6 से 12 साल तक के बच्चों को केवल 2 घंटे तक स्क्रीन का समय मिल सकता है। किशोरों के लिए यह टाइम 3 घंटे प्रति दिन तय किया गया है।
यह परामर्श विभिन्न शोध केंद्रों की उन रिपोर्टों के आधार पर जारी किया गया है, जिनमें यह पाया गया कि बच्चों (Sweden) और किशोरों द्वारा ज्यादा स्क्रीन समय का इस्तेमाल उनकी नींद पर बुरा असर डाल रहा है। इसके अलावा, अवसाद के मामलों में वृद्धि हो रही है और उनकी शारीरिक सक्रियता में कमी आ रही है, जो स्वास्थ्य के लिहाज से चिंताजनक है। इसका सीधा प्रभाव उनके स्वास्थ्य पर पड़ रहा है।
बता दें, कि अमेरिका, आयरलैंड, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस जैसे देशों ने पहले ही इस तरह के निर्देश जारी कर (Sweden) दिए हैं। खासकर फ्रांस ने सबसे सख्त नियम बनाए हैं, जिसमें कहा गया है कि 3 साल से कम उम्र के बच्चों को स्क्रीन का बिल्कुल भी उपयोग नहीं करने देना चाहिए।
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हाल ही में, स्वीडन (Sweden) सरकार ने 18 साल तक के बच्चों के लिए स्क्रीन के यूज को लेकर नई सिफारिशें जारी की थीं, जिनमें माता-पिता को यह सुनिश्चित करने की सलाह दी गई थी कि बच्चे स्क्रीन से दूर रहें। स्वास्थ्य एजेंसी का कहना है कि 2 साल से कम उम्र के बच्चों को डिजिटल मीडिया और टेलीविजन से पूरी तरह दूर रखना जरूरी है।