तमिल डायरेक्टर मोहन जी का दावा: ‘पंचामृतम में मिलाई गई नपुंसकता की दवा’, पुलिस ने किया गिरफ्तार

तिरुपति बालाजी मंदिर के लड्डू में मिलावट के आरोपों के बीच एक और धार्मिक प्रसाद का मुद्दा उभर कर सामने आया है। तमिल फिल्म डायरेक्टर मोहन जी ने तमिलनाडु के प्रसिद्ध पलनी मंदिर के प्रसाद ‘पंचामृतम’ को लेकर विवादित टिप्पणी की, जिसके बाद उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उनकी इस टिप्पणी के बाद साउथ फिल्म इंडस्ट्री और राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है।

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Tirupati Laddu controversy: तिरुपति लड्डू विवाद के बाद तमिल फिल्म इंडस्ट्री और राजनीति में एक नया विवाद उभरकर सामने आया है। तमिल फिल्म डायरेक्टर मोहन जी ने तमिलनाडु के प्रसिद्ध पलनी मंदिर के प्रसाद ‘पंचामृतम’ को लेकर एक विवादास्पद टिप्पणी की, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। उनकी इस टिप्पणी ने धार्मिक और राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है, और इस मुद्दे पर बहस तेज हो गई है। आइए जानते हैं कि आखिर मोहन जी ने क्या कहा और इस विवाद में राजनीति किस तरह से शामिल हो गई है।

कौन हैं तमिल फिल्म डायरेक्टर मोहन जी?

मोहन जी तमिल फिल्मों के मशहूर डायरेक्टर हैं, जिन्होंने साल 2016 में फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा। उनकी पहली फिल्म ‘पलया वन्नरापेट्टै’ आई थी, जिसे सीमित सफलता मिली। इसके बाद उन्होंने 2020 में आई फिल्म ‘द्रौपदी’ से खास पहचान बनाई। यह फिल्म विवादों में भी रही थी, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर काफी सफल साबित हुई। इसके बाद मोहन जी ने ‘रूद्रतांडवम’ और ‘बकासुरन’ जैसी हिट फिल्मों का निर्देशन किया। मोहन जी अपने बेबाक बयानों और विवादास्पद विषयों पर फिल्मों के लिए भी जाने जाते हैं।

पलनी मंदिर के प्रसाद पर गंभीर आरोप

Tirupati लड्डू विवाद के बीच मोहन जी ने पलनी मंदिर के ‘पंचामृतम’ प्रसाद को लेकर विवादित टिप्पणी की। उन्होंने एक यूट्यूब चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने सुना था कि पलनी मंदिर में मिलने वाले पंचामृतम में एक दवा मिलाई गई थी, जो पुरुषों में नपुंसकता पैदा कर सकती है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह सिर्फ सुनी-सुनाई बात थी और किसी ने इस खबर को सार्वजनिक नहीं किया। मोहन जी के इस बयान के बाद धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाकर उनकी गिरफ्तारी की गई।

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गिरफ्तारी पर राजनीति हुई तेज

मोहन जी की गिरफ्तारी के बाद तमिलनाडु में राजनीतिक गर्मी बढ़ गई है। चेन्नई के बीजेपी अध्यक्ष अश्वथमन अल्लिमुतु ने उनकी गिरफ्तारी की निंदा की और इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला करार दिया। उन्होंने कहा कि बिना किसी पूर्व नोटिस के पुलिस ने मोहन जी को गिरफ्तार किया, जो कि कानून के खिलाफ है। वहीं, तमिलनाडु के मंत्री शेखर बाबू ने मोहन जी की टिप्पणी को झूठा और भ्रामक बताते हुए कड़ी चेतावनी दी है। शेखर बाबू ने कहा कि पलनी मंदिर के पंचामृतम को लेकर फैलाए जा रहे इस तरह के फर्जी आरोपों को सहन नहीं किया जाएगा, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

Tirupati लड्डू विवाद के बीच आया यह नया मोड़

Tirupati बालाजी मंदिर के लड्डू में मिलावट के आरोपों को लेकर साउथ के अभिनेता प्रकाश राज और पवन कल्याण के बीच जुबानी जंग पहले से ही चर्चा का विषय बनी हुई है। इस मुद्दे ने सोशल मीडिया पर भी जोर पकड़ा हुआ है। इस विवाद के बीच मोहन जी की टिप्पणी ने एक नए धार्मिक प्रसाद को विवादों में घसीट लिया है। इससे धार्मिक स्थलों के प्रसादों की शुद्धता पर सवाल उठने लगे हैं, और जनता में भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है।

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