नई दिल्ली: 25 जनवरी साल 1987 को धारावाहिक रामायण के जरिए टेलीविजन पर भगवान राम के जीवन में आए संघर्षों को रामानन्द सागर ने बखूबी दिखाय था। धारावाहिक रामायण में भगवान राम का किरदार निभाने वाले अभिनेता अरुण गोविल (Arun Govil) को आज भी याद किया जाता है। आज भी लोग जहां उन्हें देखते हैं तो बस निहारते ही रह जाते हैं।
22 जनवरी को अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम बड़ी धूमधाम के साथ संपन्न हुआ था। इस दिन पूरे देश में दीपक जलाकर भगवान राम का स्वागत किया गया था। एक बार फिर से भगवान राम चर्चा में हैं लेकिन इस बार मंदिर को लेकर नहीं बल्कि रामायण को लेकर।
दरअसल धारावाहिक रामायण में भगवान राम का किरदार निभाने वाले एक्टर अरुण गोविल (Arun Govil) हाल ही में उत्तर प्रदेश के वाराणसी पहंचे थे। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा था, रामायण हमारे करिकुलम में जरूर होनी चाहिए। रामायण को एकदम से धार्मिक कह देना इसका कोई औचित्य नहीं है।
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इससे जस्टिफाई नहीं होगा। रामायण हमारा जीवन दर्शन है। हमें ये बताती कि सिर्फ हमें ही नहीं बल्कि सबको बताती है कि कैसे जीना चाहिए। रिश्ते कैसे होने चाहिए। धैर्य कितना होना चाहिए। शांती किस तरह से इंसान पा सकता है। ये सभी के लिए है। सिर्फ सनातनी लोगों के लिए नहीं है। ये सबके लिए है। रामायण इसलिए ये हमारे करिकुलम में जरूर होना चाहिए।उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर कुछ लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं तो वहीं कुछ लोगों का ऐसा भी मानना है कि धर्म किताबों में नहीं पढ़ाया जाना चाहिए।