UP Assembly by election: कानपुर की सीसामऊ सीट से सपा के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी ने बुधवार को कहा कि इस बार उपचुनाव नहीं, बल्कि इंसाफ होगा। आगजनी के मामले में सजा प्राप्त इरफान सोलंकी को एक अन्य मामले में महाराजगंज से कड़ी सुरक्षा में कानपुर कोर्ट लाया गया था।
जब मीडिया ने उनसे उपचुनाव के बारे में पूछा, तो उन्होंने थम्स अप का निशान दिखाते हुए कहा कि अब उपचुनाव नहीं, इंसाफ होगा। उन्होंने कहा कि इंसाफ अभी बाकी है। इरफान सोलंकी को जाजमऊ आगजनी केस में 7 साल की सजा सुनाई गई थी, जिससे उनकी विधायकी रद्द कर दी गई थी। अब जल्द ही उपचुनाव (UP Assembly by election) का ऐलान हो सकता है।
इरफान सोलंकी ने क्या कहा?
इरफान सोलंकी की सीट पर सपा ने उनकी पत्नी नसीम सोलंकी को उम्मीदवार बनाने की तैयारी की है। माना जा रहा है कि इरफान का इशारा जनता की अदालत में इंसाफ की तरफ था, यानी वे उम्मीद कर रहे हैं कि विधायकी फिर से उनके परिवार के पास ही आएगी।
यह भी पढ़ें : हज़ारीबाग के स्टील प्लांट में ब्लास्ट से मची अफरा-तफरी, 7 मजदूर आग में झुलसे
कानपुर सपा जिलाध्यक्ष ने पिछले दिनों नसीम सोलंकी को उम्मीदवार घोषित किया था। हालांकि भाजपा की तरफ से अभी कोई नाम सामने नहीं आया है। नसीम के मैदान में उतरने से यह चुनाव रोचक हो सकता है।
तीन मंत्रियों को मिली उपचुनाव की जिम्मेदारी
यूपी में अगले विधानसभा चुनाव के सेमीफाइनल माने जा रहे उपचुनाव को लेकर भाजपा कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। यूपी के तीन मंत्रियों को हर उपचुनाव वाली सीटों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। चुनाव आयोग कभी भी यूपी की रिक्त दस सीटों पर चुनाव का ऐलान कर सकता है।
इनमें से नौ सीटों पर विधायकों के सांसद बनने के कारण चुनाव हो रहा है और एक सीट कानपुर की सीसामऊ में इरफान सोलंकी को सजा के बाद अयोग्य घोषित होने के कारण चुनाव होगा।