Uttar Pradesh: बिजनौर जिले के भनेड़ा इलाके के सरकारी स्कूल में धर्म के आधार पर भेदभाव के मामले में बीएसए ने एक शिक्षक को निलंबित कर दिया था। इस मामले में आज एक नया मोड़ आया जब निलंबित शिक्षक, तनवीर आयशा, स्कूल छोड़ने लगीं तो दर्जनों बच्चे फफक-फफक कर रोने लगे और अपनी टीचर को रोकने की कोशिश करने लगे।
धर्म के नाम पर हुआ शिक्षक का निलंबन
यह मामला बिजनौर Uttar Pradesh के भनेड़ा इलाके का है, जहां धर्म के नाम पर बच्चों के बीच भेदभाव का आरोप लगा था। रिपोर्ट्स के अनुसार, कुछ मुस्लिम बच्चे स्कूल में टोपी पहनकर आ रहे थे, जबकि कुछ हिंदू बच्चे तिलक लगाकर आते थे।
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मुस्लिम महिला टीचर तनवीर आयशा पर आरोप था कि उन्होंने तिलक लगाए बच्चों से तिलक हटाने को कहा और उन्हें बिना तिलक के स्कूल आने के लिए कहा। इसके साथ ही, उन्होंने मुस्लिम बच्चों को टोपी पहनने की भी सलाह दी थी।
जब यह मामला उजागर हुआ, तो जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी योगेंद्र कुमार ने तनवीर आयशा को निलंबित कर दिया और दो अन्य शिक्षकों की वार्षिक वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दिए।
टीचर की विदाई पर खूब रोए बच्चें
दो दिन की छुट्टी के बाद मंगलवार को, जब तनवीर आयशा स्कूल आईं और स्कूल से घर जाने लगीं, तो सैकड़ों बच्चे स्कूल में जमा हो गए। वे टीचर को घेर कर फफक-फफक कर रोने लगे। तनवीर आयशा बच्चों को सांत्वना देते हुए समझाती दिखीं। कुछ बच्चे यह भी कहने लगे कि वे अब स्कूल से ट्रांसफर सर्टिफिकेट (टीसी) ले कर चले जाएंगे।
जब टीचर स्कूल से निकलने लगीं, तो बच्चे गेट तक पहुंच गए और गेट को घेर कर टीचर को रोक लिया। कुछ बच्चों ने यह भी सवाल उठाया कि मीडिया अब तक क्यों नहीं आई।