Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के रायबरेली से सांसद और कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका के दौरे पर हैं। अपने अमेरिकी दौरे पर कांग्रेस नेता ने आरक्षण को लेकर ऐसा बयान दिया है, जिस पर खूब प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस सही समय आने पर आरक्षण खत्म करने के बारे में सोचेगी, जो अभी सही नहीं है।
राहुल गांधी ने यह कहा था
अमेरिका के जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में बातचीत के दौरान छात्रों ने राहुल गांधी से पूछा कि जाति के आधार पर आरक्षण कब तक जारी रहेगा? इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेगी, जब देश में निष्पक्षता आएगी। फिलहाल ऐसा कोई माहौल नहीं है।’ अब राहुल गांधी के बयान पर (Uttar Pradesh) बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
If you look at the Indian Government and examine the 70 bureaucrats who run it, the secretaries to the Government of India, these are the people who make almost all the financial decisions.
If you add up Dalits, Tribals, and OBCs, they make up 73 percent of the population. But… pic.twitter.com/L5Sp2msFoh
— Congress (@INCIndia) September 10, 2024
भारत में जाति के आधार पर आरक्षण कब तक जारी रहेगा? जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में छात्रों से बातचीत के दौरान जब राहुल गांधी से यह सवाल पूछा गया, तो उन्होंने जवाब दिया कि कांग्रेस आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेगी, जब देश में निष्पक्षता आएगी और अभी देश में ऐसा कोई माहौल नहीं है। कांग्रेस नेता ने आंकड़ों के जरिए स्पष्ट किया कि 100 रुपये में से आदिवासियों को सिर्फ दलितों को पांच रुपये, ओबीसी को लगभग उतनी ही राशि मिलती है. लेकिन हकीकत में इन समुदायों को समान भागीदारी नहीं मिल रही है. भारत की 90 फीसदी आबादी समान अवसरों से दूर है. राहुल गांधी ने सवाल उठाया कि देश के शीर्ष कारोबारी नेताओं में कितने आदिवासी, दलित या ओबीसी हैं? हकीकत यह है कि वे भागीदारी से बाहर हैं.
1. केन्द्र में काफी लम्बे समय तक सत्ता में रहते हुए कांग्रेस पार्टी की सरकार ने ओबीसी आरक्षण को लागू नहीं किया और ना ही देश में जातीय जनगणना कराने वाली यह पार्टी अब इसकी आड़ में सत्ता में आने के सपने देख रही है। इनके इस नाटक से सचेत रहें जो आगे कभी भी जातीय जनगणना नहीं करा पाएगी।
— Mayawati (@Mayawati) September 10, 2024
2. अब कांग्रेस पार्टी के सर्वेसर्वा श्री राहुल गाँधी के इस नाटक से भी सर्तक रहें जिसमें उन्होंने विदेश में यह कहा है कि भारत जब बेहत्तर स्थिति में होगा तो हम SC, ST, OBC का आरक्षण खत्म कर देंगे। इससे स्पष्ट है कि कांग्रेस वर्षों से इनके आरक्षण को खत्म करने के षडयंत्र में लगी है।
— Mayawati (@Mayawati) September 10, 2024
मायावती ने दी ऐसी प्रतिक्रिया
वहीं, राहुल गांधी के इस बयान पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने अपनी (Uttar Pradesh) प्रतिक्रिया दी है. मायावती ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि, ‘केंद्र में लंबे समय तक सत्ता में रहने के दौरान कांग्रेस पार्टी की सरकार ने ओबीसी आरक्षण लागू नहीं किया और न ही देश में जातिगत जनगणना कराने वाली यह पार्टी अब इसकी आड़ में सत्ता में आने का सपना देख रही है. इनके इस नाटक से सावधान रहें, जो भविष्य में कभी जातिगत जनगणना नहीं करा पाएंगे.’
4. जबकि सच्चाई में कांग्रेस शुरू से ही आरक्षण-विरोधी सोच की रही है। केन्द्र में रही इनकी सरकार में जब इनका आरक्षण का कोटा पूरा नहीं किया गया तब इस पार्टी से इनको इन्साफ ना मिलने की वजह से ही बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर ने कानून मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। लोग सावधन रहें।
— Mayawati (@Mayawati) September 10, 2024
उन्होंने आगे लिखा कि, ‘अब कांग्रेस पार्टी के सर्वोच्च नेता राहुल गांधी (Uttar Pradesh) के इस नाटक से सावधान हो जाइए जिसमें उन्होंने विदेश में कहा है कि जब भारत बेहतर स्थिति में होगा तो हम एससी, एसटी, ओबीसी का आरक्षण समाप्त कर देंगे। इससे यह स्पष्ट होता है कि कांग्रेस वर्षों से इनके आरक्षण को समाप्त करने का षडयंत्र कर रही है।’ मायावती ने आगे लिखा कि, ‘कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा दिए गए इस घातक बयान से इन वर्गों के लोगों को सावधान रहना चाहिए, क्योंकि जैसे ही यह पार्टी केंद्र की सत्ता में आएगी तो इस बयान के बहाने इनका आरक्षण अवश्य समाप्त कर देगी। संविधान व आरक्षण बचाने का ढोंग करने वाली इस पार्टी से इन लोगों को सावधान रहना चाहिए।’