गाजीपुर। जनपद में भीषण कोहरे और इससे हो रहे सड़क हादसों को रोकने के लिए एआरटीओ सौम्या पांडे ने जगह जगह पर सघन चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान ऐसे वाहन चालक जो बिना रिफ्लेक्टर लगाकर या रॉन्ग साइड से चल रहे थे उनके गाड़ियों का चालान किया गया। एआरटीओ सौम्या पांडे ने बताया कि चेकिंग अभियान का मकसद लोगों को जागरूक एवं सड़क पर सुरक्षा पूर्वक गाड़ी चलाने के साथ साथ सड़क दुर्घटना को कम करना है। उन्होंने कहा कि लोगों जागरूक करने के लिए भविष्य में सड़क सुरक्षा फगवाड़ा का आयोजन भी किया जाएगा।
कोहरे में रिफ्लेक्टर का उपयोग क्यों जरूरी है?
ज्ञात हो कि भीषण ठंड और कोहरे के चलते सड़क पर विजिबिलिटी कम हो जाती है। परिणामस्वरूप सड़क पर हादसे का डर बना रहता है। जिससे बचने के लिए गाड़ियों में रिफ्लेक्टर का उपयोग किया जाता है। ताकि सामने से कोई गाड़ी आने पर उसकी लाइट रिफ्लेक्ट करें, और समाने गाड़ी होने का आभास लगे। इसमें रॉन्ग साइड से आने वाली गाड़ियों पर भी नजर रहती है। रिफ्लेक्टर का उपयोग करके ऐसे हादसों से बचा जा सकत है।
कई गाड़ियों चालान भी कटा
एआरटीओ ने इस समय हो रहे कोहरे की वजह से कोई दुर्घटना ना हो इसको ध्यान में रखते हुए चेकिंग अभियान चला रही है। अभी प्राप्त जानकारी के अनुसार रांग साइड ड्राइव करने वाले 32 गाड़ियों का चालान किया व विदाउट रिफ्लेक्टर वाली 22 गाड़ियों का चालान किया जा चुका है।
कोहरा बन रहा है काल
पूरा उतर भारत भीषण ठंड और कोहरे के चपेट में है। कोहरे कि स्थिति ऐसी है कि लोगों का गाड़ियों पर चलना जानलेवा हो गया है। पिछले दिनों ही आगरा नेशनल हाइवे पर कोहरे की वजह से लगभग एक दर्जन से अधिक वाहन आपस में टकरा गए। ऐसा ही कुछ हाल प्रदेश का भी ही। प्रदेश के अलग अलग जिलों में कोहरे के कारण हुई सड़क दुर्घटना में कई लोग हादसे के शिकार हो गए है। लेकिन इसके बावजूद भी वाहन चालक सतर्कता नहीं बरत रहे हैं।