नई दिल्ली: कनाडा (Canada) से बड़ी संख्या में भारतीय बिना दस्तावेज के पैदल चलकर अमेरिका में प्रवेश कर रहे हैं और यह संख्या अब काफी बढ़ती जा रही है। लगातार हो रही इस अवैध घुसपैठ ने कनाडा की वीजा स्क्रीनिंग प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इसके अलावा ऐसी भी खबरें हैं कि कनाडा जाने वाले यात्री अपनी यात्रा को इस तरह से बनाते हैं कि उन्हें यूके में रुकना पड़े, जिससे वहां शरण के लिए आवेदन करने वालों की संख्या में भी वृद्धि हो रही है। अमेरिकी सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा (CBP) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, केवल जून महीने में ही 5,152 भारतीय बिना दस्तावेज के कनाडा से पैदल चलकर अमेरिका में दाखिल हुए हैं।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर 2023 से कनाडा से अमेरिका में प्रवेश करने वाले भारतीयों की मासिक संख्या मेक्सिको सीमा से घुसने वालों से अधिक हो गई है। बता दें, कि कनाडा (Canada) और अमेरिका के बीच 9,000 किलोमीटर लंबी सीमा है, जो दुनिया की सबसे लंबी खुली सीमा है और यह मेक्सिको-अमेरिका सीमा की तुलना में दोगुनी है। CBP के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल जनवरी से जून के बीच अमेरिकी सीमा पर पकड़े गए भारतीयों की मासिक औसत संख्या 2024 में 2,548 से बढ़कर 47% की वृद्धि के साथ 3,733 हो गई है। 2021 में यह संख्या मात्र 282 थी, जो अब 13 गुना बढ़ गई है।
अमेरिका में बड़ी संख्या में भारतीय कानूनी (Canada) रूप से रह रहे हैं और उन्होंने वहां मजबूत आर्थिक स्थिति बना ली है। बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप के एक हालिया अध्ययन के अनुसार, भारतीय अमेरिकी अमेरिका की कुल आबादी का 1.5% हिस्सा हैं, लेकिन वे देश के कुल आयकर का 5-6% भुगतान करते हैं। इसी बीच, यूके के बंदरगाहों पर शरण मांगने के लिए पहुंचने वाले भारतीयों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। 2021 में यह संख्या 495 थी, जो साल 2022 में 136% बढ़कर 1,170 हो गई। 2023 में यह संख्या बढ़कर 1,391 हो गई। इस साल के पहले छह महीनों में 475 शरणार्थी यूके के बंदरगाहों पर पहुंचे।
ये भी पढ़ें :- Pakistan में कंगाली का दौर कुछ ऐसा दिखा, महज 50 रुपये की टी शर्ट के लिए लूट ले गए मॉल
इस गंभीर मामले को लेकर अमेरिका और यूके दोनों ने कनाडा (Canada) के सामने अपनी चिंताओं के बारे में बता दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका ने कनाडा से वीजा स्क्रीनिंग प्रक्रिया को और कड़ा करने की मांग की है। इमिग्रेशन, रिफ्यूजीज़ और सिटीजनशिप कनाडा (IRCC) के एक प्रवक्ता ने कहा, IRCC इस समय अमेरिका या यूके के साथ चल रही किसी भी बातचीत पर टिप्पणी नहीं कर सकता। कनाडा इन गतिविधियों के पीछे के नेटवर्क को समझने की कोशिश कर रहा है।