नई दिल्ली: आईपीएल में चैन्नई सुपर किंग्स एक ऐसी टीम रही है, जिसका फैन सेक्शन शुरू से ही तगड़ा रहा है। पीली वर्दी में खेलता हुआ इस टीम का हर एक खिलाड़ी फैंस के दिलों में बसता है। सिर्फ चैन्नई ही नहीं बल्कि पूरे देश में इस टीम से प्यार करने वाले लाखों लोग हैं। वैसे तो इस टीम का हर एक खिलाड़ी अपने में अलग है लेकिन जिस खिलाड़ी को आईपीएल के हर एक मुकाबले में खेलता हुआ देख फैंस की खुशी का ठिकाना नहीं रहता वो नाम है, महेंद्र सिंह धोनी (Dhoni) का मैदान चाहे कोई सा भी हो लेकिन जब धोनी वहां उतरते हैं तो वहां शोर को मापने वाला मीटर काफी ऊपर चला जाता है और इसी के साथ अगर उनका बल्ला छक्के और चौके लगाने लगे तो फिर तो बात ही अलग हो जाती है।
लेकिन इस बार के आईपीएल में भी पिछले सीजन में जो देखने को मिला वो इस बार भी हो रहा है। चैन्नई सुपर किंग्स के फैन हर एक मैच में अपने खिलाड़ियों के आउट होने के बाद स्टेडियम में खुशी मनाते हुए दिख रहे हैं ऐसा क्यों हो रहा है। अब इस बात को भी समझ लीजिए। दरअसल चैन्नई टीम के खिलाड़ियों को मैच में शुरूआत करने यानी बल्लेबाजी ऑर्डर में अच्छी या बुरी शुरूआत दिलाने के बाद सभी को इस टीम के सबसे बड़े स्टार प्लेयर एमएस धोनी (Dhoni) का मैदान पर उतरकर धाकड़ परफॉर्मेंस करने का इंतजार रहता है, लेकिन पिछले और अब के सीजन में धोनी अपने परफॉर्मेंस और निचले क्रम पर बल्लेबाजी करने के चलते कई सवालों के घेरे में आते जा रहे हैं।
महेंद्र सिंह धोनी (Dhoni) का आईपीएल के इन मुकाबलों में यूं आखिरी में बल्लेबाजी करने के लिए आना अब चैन्नई की टीम के लिए ही नुकसानदायक साबित हो रहा है। इसी को लेकर तो अब पूर्व ऑलराउंडर खिलाड़ी इरफान पठान ने भी महेंद्र सिंह धोनी को लेकर बड़ी बात बोल दी है। आईपीएल के 17वें सीजन की शुरूआत से ही धोनी लगातार आखिरी के 2 से 3 ओवरों में बल्लेबाजी करने के लिए आ रहे हैं, इस बात में कोई दो राय नहीं है कि धोनी ने इस आईपीएल की कई पारियों में टीम के लिए बची-कुची गेदों में विस्फोटक बल्लेबाजी करते हुए टीम के लिए जरूरी रन बटोरे हैं। आईपीएल के इस सीजन में मुंबई इंडियंस के खिलाफ तो आखिरी ओवर में लगाए गए उनके 3 छक्के ही चैन्नई की जीत का आधार बने थे।
उनकी अच्छी फॉर्म को देखत हुए ही लगातार मांग हो रही है कि वो बैटिंग ऑर्डर में ऊपर खेलने आए लेकिन धोनी ऐसा नहीं कर रहे हैं। बीते रविवार यानी 5 मई को भी धर्मशाला के मैदान पर ऐसा ही देखने को मिला। इस मुकाबले में चैन्नई का बैटिंग ऑर्डर शुरूआत में काफी लड़खड़ाता हुआ दिखा। इस टीम के 101 रन के स्कोर पर ही 5 विकेट गिर चुके थे। इसके बाद मैदान पर बैटिंग करने के लिए रवींद्र जडेजा आ चुके थे और चैन्नई के सभी फैंस को उम्मीद थी कि अब धोनी आएंगे और कुछ कमाल दिखा कर तेजी से रनों की रफ्तार को बढ़ाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
धोनी से पहले ही मिचेल सैंटनर मैदान पर बल्लेबाजी करने के लिए आए और 16वें ओवर में ही आउट होकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद भी महेंद्र सिंह धोनी बैटिंग करने के लिए मैदान पर नहीं आए। सैंटनर के बाद शार्दुल ठाकुर को उतारा गया वो भी 19वें ओवर में हर्षल पटेल की गेंद पर आउट होकर लौट गए। इन सब खिलाड़ियों के आउट होने के बाद 8 गेंद रहते हुए धोनी 9वें नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए उतरे, जो उनके टी20 करियर में पहली बार था। धोनी के सभी फैंस को उम्मीद थी कि एक बार फिर से ये खिलाड़ी कुछ बड़े शॉट्स लगाकर स्कोर बोर्ड को आगे बढ़ाएगा लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं देखने को मिला। धोनी पहली ही बॉल पर बोल्ड होते हुए पवेलियन जाते हुए दिखे। उनके आउट होने के बाद स्टेडियम में सन्नाटा छाता हुआ दिखा। किसी को भी इस खिलाड़ी के पहली ही गेंद पर आउट होने पर विश्वास नहीं हुआ। इसका असर स्कोर बोर्ड पर भी पड़ा। चैन्नई की टीम 167 रन ही बना सकी।
ये भी पढ़ें :- इस खतरनाक बीमारी की चपेट आए प्रियंका चोपड़ा के पति Nick Jonas
चैन्नई सुपर किंग्स की पारी खत्म होने के बाद पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान ने धोनी के इतने देरी से बैटिंग के लिए आने पर कई सवाल खड़े करते हुए, धोनी का 9वें नंबर पर आना समझ से परे है। उनके 9वें नंबर पर उतरने से सीएसके की कोई मदद नहीं हो रही है। उन्हें जिम्मेदारी उठाते हुए टॉप ऑर्डर में आना चाहिए, ताकि 4 से 5 ओवरों तक बैटिंग कर सके। हर बार लास्ट के 2 ओवर में खेलने से सीएसके को कोई फायदा नहीं होने वाला है।