नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। अमेरिका चुनाव के नतीजे आ गए हैं और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने डेमोक्रेटिक पार्टी की कैंडीडेट कमला हैरिस को हराकर इतिहास रच दिया। वह अब अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति होंगे। ट्रंप ने पूरे चुनाव प्रचार में करीब 900 सौ से अधिक जनसभाएं की। एक ऐसी ही पब्लिक मीटिंग के दौरान उन पर जानलेवा हमला हुआ। हमलवार ने उन पर गोलियां चलाईं। गोली ट्रंप के कान को छूते हुए निकल गई। तब इसे रिपब्लिक पार्टी ने एक आतंकी हमला करार दिया और इसे बड़ा चुनावी मुद्दा बनाया था। जिसका फाएदा डोनाल्ड ट्रंप को मिला।
डोनाल्ड ट्रंप जीते, कमला हैरिस हारी
अमेरिका के चुनाव पर पूरी दुनिया की नजर थी। 5 नवंबर को मतदान के बाद वोटों की गिनती काम चालू हो गया। अमेरिका के 50 राज्यों में 538 सीटों या अमेरिका के हिसाब से कहें तो इलेक्टोरल वोट के लिए चुनाव हुआ। इन सीटों में जीतने वाले प्रत्याशी को 270 का आंकड़ा पार करना था। ऐसे में डोनाल्ड ट्रंप ने ये आंकड़ा पार कर लिया और सिनेट में भी रिपब्लिकन पार्टी को बहुमत मिल गया। डोनाल्ड ट्रंप 270 इलेक्टोरल वोट्स हासिल करके सत्ता में वापसी की तो वहीं कमला हैरिस को 224 इलेक्टोरल वोट मिले। डोनाल्ड ट्रंप अब 20 जनवरी राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।
डोनाल्ड ट्रंप पर हुआ था जानलेवा हमला
डोनाल्ड ट्रंप को रिपब्लिकन पार्टी ने तीसरी बार राष्ट्रपति का कैंडीडेट बनाया था। तब कोई यह नहीं जानता था कि ट्रंप इस चुनाव को जीत जाएंगे। लेकिन, एक तस्वीर ने अमेरिकी चुनाव के रुख को ही बदल दिया। यह तस्वीर थी, 13 जुलाई 2024 की पेंसिलवेनिया के बटलर पार्क की। इस जगह पर ट्रंप पर जानलेवा हमला हुआ। गनीमत रही कि ट्रंप जिंदा बच गए और इसके बाद उन्होंने जोरदार वापसी की। खून लगे मुंह के साथ मुठ्ठी भींचकर खड़े होने की उनकी तस्वीर ने पूरी दुनिया को सन्न कर दिया था। जानकार बताते हैं कि डोनाल्ड ट्रंप की ये तस्वीर ट्रंप कार्ड साबित हुई और कमला हैरिस के लिए विलेन।
हमले के बाद भी डोनाल्ड ट्रंप डटे रहे
डोनाल्ड ट्रंप की मुठ्ठी भींचकर खड़े होने की ये तस्वीर पूरे अमेरिका में छा गई और एकाएक उनका जनसमर्थन बढ़ गया। इस हमले के बाद भी ट्रंप डटे रहे और करीब 6 सौ से अधिक जनसभाएं की। वह निडर योद्धा के तौर पर उभर कर सामने आए। हमला के दो माह के बाद डोनाल्ड ट्रंप फिर उसी स्थान पर गए और जनसभा को संबोधित किया। इस घटना ने भी लोगों के दिलों में ट्रंप के लिए जगह बनाने में काफी मदद की।
तब फाइट-फाइट-फाइट कह कर चिल्लाए ट्रंप
जब डोनाल्ड ट्रंप को गोली छूकर निकली थी, तब भी वह मुठ्ठी को हवा में उठाए फाइट-फाइट-फाइट चिल्ला रहे थे। वह इस बात से भी बेखबर थे कि कहीं हमलावर दूसरी बार उनको निशाना न बना दे। हालांकि, अमेरिकी सीक्रेट सर्विस के स्नाइपर ने तुरंत उस हमलावर को ढेर कर दिया था। जानकार बताते हैं कि अमेरिका में हुई इस घटना ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया। कमला हैरिस तब ट्रंप के मुकाबले ज्यादा मजबूत थी, पर जनता ने पूरे खेल ही पलट दिया और दूसरी बार अमेरिका में ट्रंप की सरकार बनवा दी।
इस युवक ने किया था जानलेवा हमला
अमेरिका की शीर्ष जांच एजेंसी एफ़बीआई ने बताया था कि ट्रंप पर हमला करने वाले शख्स का नाम थॉमस मैथ्यू क्रुक्स था। वह सिर्फ 20 साल का था। वह पेंसिलवेनिया के बेथल पार्क का रहने वाला था, जिसकी ट्रंप के रैली स्थल से दूरी मात्र 70 किमी थी। रैली स्थल पर मौजूद कई लोगों ने दावा किया था कि उन्होंने क्रुक्स को कुहनियों के बल रेंगते हुए देखा था और इसकी सूचना पुलिस और सीक्रेट सर्विस को दी थी। इसके बावजूद सीक्रेट सर्विस ने इस सूचना को गंभीरता से नहीं लिया। हालांकि, जांच के बाद सीक्रेट सर्विस एजेंट्स के खिलाफ कार्रवाई की गई।
ट्रंप पर दो प्राणघातक हमले हुए
डोनाल्ड ट्रंप देश के इतिहास में पहले ऐसे पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति हैं जिन्हें अपराधी घोषित किया गया। राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने प्रचार अभियान के दौरान दो प्राणघातक हमलों से बचने के बाद भी ट्रंप (78) मैदान में मजबूती से डटे रहे और अब अमेरिकी मतदाताओं ने उन्हें दूसरा कार्यकाल दिया है। वह अब अमेरिकी इतिहास में राष्ट्रपति निर्वाचित होने वाले सबसे उम्रदराज शख्स हैं। ट्रंप एक बिजसनेसमैन है। टीवर होस्ट भी रहे और बपचन में खेती-किसानी भी की। ट्रंप का परिवार जर्मनी से आकर अमेरिका में बसा था।
जीत के बाद बोले डोनाल्ड ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप ने जीत के बाद अमेरिकी नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा कि ये क्षण देश को उबारने में मदद करेगा। अमेरिका ने हमें अभूतपूर्व जनादेश दिया है। ट्रंप ने लोगों से कहा कि मैं आपके लिए लड़ता रहूंगा। ऐसी जीत पहले कभी नहीं देखी। आपके लिए जीवन की अंतिम सांस तक खड़ा रहूंगा। तब तक चैन से नहीं बैठूंगा जब तक एक मजबूत और समृद्ध अमेरिका आपको नहीं दे देता, जिसके आप हकदार हैं। अगले 4 साल अमेरिका का स्वर्णिम काल होगा।