सिर्फ गर्म पानी पीना सर्दियों में मददगार हो सकता है, लेकिन पूरे दिन और लगातार सिर्फ गरम या बहुत गरम पानी पीते रहना हर किसी के लिए सही नहीं है; फायदा भी है, कुछ जोखिम भी हैं।
सर्दियों में गर्म पानी पीने के फायदे
जुकाम‑खांसी और जाम नाक में राहत
गरम पानी या गरम तरल (चाय, सूप) गले की सूजन, बलगम और नाक की भीड़भाड़ कम करने में मदद करते हैं, इसलिए सर्दियों में सर्दी‑खांसी से थोड़ी राहत महसूस होती है।पाचन और कब्ज़ में मदद
हल्का गरम पानी पेट की मांसपेशियों को रिलैक्स कर सकता है, खाने को जल्दी टूटने में मदद करता है और कब्ज़, गैस जैसी दिक्कतें कम कर सकता है।ठंड में बॉडी को वार्म रखना व हाइड्रेशन
ठंड में लोग पानी कम पीते हैं; गरम/गुनगुना पानी पीने से पानी की मात्रा ठीक रहती है, ब्लड सर्कुलेशन और तापमान नियंत्रण बेहतर रह सकता है, जिससे ठिठुरन व सिरदर्द जैसी समस्याएं घटती हैं।
हर समय सिर्फ गरम पानी पीने के नुकसान
बहुत गरम पानी से म्यूकोसा को नुकसान
बहुत ज्यादा गरम (उबलते के करीब) पानी बार‑बार पीने से गले, इसोफैगस और मुंह की अंदरूनी झिल्ली पर सूक्ष्म चोट, जलन और समय के साथ नुकसान का खतरा बढ़ सकता है।एसिडिटी और रिफ्लक्स के मरीजों में दिक्कत
बहुत गरम पेय LES (निचली इसोफैजियल स्पिंक्टर) को ढीला कर सकते हैं, जिससे कुछ लोगों में एसिड रिफ्लक्स/हार्टबर्न के लक्षण बढ़ सकते हैं, जो लंबे समय में दांतों के इनेमल पर भी असर डालते हैं।डिहाइड्रेशन या इलेक्ट्रोलाइट इम्बैलेंस की संभावना
अगर गरम पानी का तापमान इतना हो कि आप घूँट छोटे‑छोटे लें और कुल मात्रा कम रह जाए, तो सर्दियों में वैसी ही डिहाइड्रेशन हो सकती है जैसी ठंडे पानी से कम पीने पर होती है।बहुत गर्म पानी से शरीर के तापमान में असंतुलन
लगातार बहुत गरम पानी लेने से कुछ संवेदनशील लोगों में थकान, चक्कर, अधिक पसीना या असहजता महसूस हो सकती है।
एक्सपर्ट क्या सलाह देते हैं?
टेम्परेचर कैसा हो?
ज्यादातर गैस्ट्रो और इंटरनल मेडिसिन एक्सपर्ट 37–50 डिग्री सेल्सियस के करीब गुनगुना पानी बेहतर मानते हैं, जो न तो मुंह जला रहा हो, न बहुत ठंडा लगे।कब फायदेमंद है?
सुबह खाली पेट एक‑दो गिलास गुनगुना पानी
खाना खाने के बाद थोड़ा गर्म/गुनगुना पानी, खासकर जिनको ठंड में पाचन दिक्कत हो
जुकाम‑खांसी, गले में खराश या साइनस कंजेशन में गरम पानी/काढ़ा/सूप
कब सावधानी ज़रूरी है?
जिनको GERD/एसिडिटी, अल्सर, गंभीर दांतों की समस्या, हार्ट/किडनी की बीमारी है, उन्हें पानी का टेम्परेचर और मात्रा अपने डॉक्टर से कन्फर्म करनी चाहिए।
नतीजा: क्या करना सही है?
दिनभर सिर्फ गरम पानी पीना ज़रूरी नहीं, पर
ठंड में नॉर्मल या गुनगुना पानी रखना,
सुबह‑शाम 2–4 ग्लास हल्का गरम,
सर्दी‑खांसी या पाचन दिक्कत में कुछ दिन ज़्यादा गरम तरल लेना
सुरक्षित और फायदेमंद माना जा सकता है — बशर्ते पानी बहुत गरम न हो और कुल मात्रा पर्याप्त रहे।



