Online Food Order: अगर आप भी ऑनलाइन फूड ऑर्डर करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। आजकल कई नकली रेस्टोरेंट ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर लिस्ट हो रहे हैं, जो असली ब्रांड की नकल करके लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं। ऐसा ही मामला ज़ोमैटो के साथ सामने आया, जहां एक फेक रेस्टोरेंट लोगों को धोखा दे रहा था।
एक यूजर ने जब इस नकली रेस्टोरेंट से ऑर्डर किया, तब उन्हें इसका पता चला। उन्होंने सोशल मीडिया पर इस मामले को उठाया, जिसके बाद ज़ोमैटो को इसे हटाना पड़ा। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि ऐसे फेक रेस्टोरेंट लिस्ट कैसे हो जाते हैं और इन्हें पहले ही क्यों नहीं पकड़ा जाता
फेक रेस्टोरेंट का खेल कैसे चलता है
ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म्स पर कोई भी आसानी से अपना रेस्टोरेंट लिस्ट कर सकता है। कई बार छोटे और नए रेस्टोरेंट, बड़े ब्रांड्स के नाम से मिलते जुलते नाम रखकर लोगों को धोखा देते हैं। ग्राहक असली ब्रांड समझकर वहां से ऑर्डर कर देते हैं और बाद में उन्हें खराब क्वालिटी का खाना मिलता है।
कैसे हुआ खुलासा
एक्स (ट्विटर) यूजर अमित मंत्री ने इस धोखाधड़ी का खुलासा किया। उन्होंने ज़ोमैटो पर ‘केवेंटर्स’ से एक ड्रिंक ऑर्डर किया, लेकिन बाद में ध्यान दिया कि यह असली ‘केवेंटर्स’ नहीं था, बल्कि एक नकली दुकान थी, जिसका नाम था ‘केवेंटर्स्स’ (केवेंटर्स के नाम में एक अतिरिक्त ‘ss’ जोड़ दिया गया था)
जब अमित को शक हुआ, तो उन्होंने ज़ोमैटो के कस्टमर सपोर्ट से शिकायत की, लेकिन कोई ठोस जवाब नहीं मिला। बाद में उन्होंने सोशल मीडिया पर इस मामले को उठाया, तब जाकर ज़ोमैटो हरकत में आया और उस नकली रेस्टोरेंट को हटा दिया।
ऑर्डर करने से पहले सावधान रहें
अब सवाल यह उठता है कि अगर एक बार यह फेक रेस्टोरेंट पकड़ में आ गया, तो क्या गारंटी है कि ऐसे और नकली रेस्टोरेंट नहीं चल रहे होंगे,ज़ोमैटो और स्विगी जैसे प्लेटफॉर्म को इस पर सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए। अगर आप ऑनलाइन खाना ऑर्डर कर रहे हैं, तो इन बातों का ध्यान रखें
रेस्टोरेंट का नाम ध्यान से पढ़ें, नाम में थोड़ा सा भी फर्क हो, तो सावधान हो जाएं।
रिव्यू और रेटिंग चेक करें, असली ब्रांड्स के पास ज्यादातर अच्छी रेटिंग होती है।
डिलीवरी पार्टनर से कन्फर्म करें,जब ऑर्डर डिलीवर हो, तो उनसे पूछ लें कि यह असली ब्रांड है या नहीं।
कंपनी की जवाबदेही जरूरी
ज़ोमैटो ने इस मामले में फटाफट एक्शन लिया और नकली रेस्टोरेंट को हटा दिया, लेकिन यह सवाल बना हुआ है कि ऐसे फेक रेस्टोरेंट को पहले ही रोकने के लिए कंपनी क्या कर रही है
फिलहाल स्विगी के साथ ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वहां पर कोई नकली रेस्टोरेंट नहीं हो सकता। हर फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म को अपने लिस्टिंग प्रोसेस को और मजबूत बनाना चाहिए, ताकि ग्राहकों को धोखा न मिले।