Best Ways to Discipline Kids हर माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे अनुशासित और जिम्मेदार बनें, लेकिन इसके लिए सख्त सजा देना या बार बार डांटना जरूरी नहीं। सही तरीके से अनुशासन सिखाने से बच्चे सिर्फ आज्ञाकारी नहीं बनते, बल्कि आत्मविश्वास से भी भर जाते हैं।
अगर आप धैर्य और प्यार के साथ सही दिशा दिखाएंगे, तो बच्चे आपकी बात को समझेंगे और मानेंगे। अगर आप बिना गुस्सा किए बच्चों को अनुशासन में रखना चाहते हैं, तो कुछ आसान और असरदार तरीके आपकी मदद कर सकते हैं। ये तरीके न सिर्फ बच्चों को समझदारी सिखाएंगे, बल्कि आपके और उनके रिश्ते को भी मजबूत बनाएंगे।
बच्चों को अनुशासन में रखने के असरदार टिप्स
नियम पहले से तय करें : अगर आप चाहते हैं कि बच्चा गलतियां न करे, तो पहले ही उसे साफ-साफ बता दें कि क्या सही है और क्या गलत। बार-बार डांटने से अच्छा है कि शुरू से ही चीजों को स्पष्ट कर दें।
अच्छे व्यवहार पर सराहना करें : अगर बच्चा अच्छा काम करता है, तो उसकी तारीफ करें। जैसे, अगर उसने अपने खिलौने खुद समेटे या समय पर होमवर्क किया, तो उसकी हौसला-अफजाई करें। एक “शाबाश” या हल्का गले लगाना भी उसे अच्छा करने के लिए प्रेरित करेगा।
उसे निर्णय लेने दें : हर चीज थोपने की बजाय बच्चे को थोड़े ऑप्शन दें। जैसे, “तुम होमवर्क पहले करना चाहोगे या खाना खाकर?” इससे उसे खुद सोचने और फैसले लेने की आदत पड़ेगी।
सजा की बजाय समझदारी दिखाएं अगर बच्चा अपनी गलती नहीं समझता, तो डांटने या सजा देने की बजाय उसे उसकी गलती का असर महसूस कराएं। जैसे, अगर वो खिलौने नहीं समेटता, तो अगले दिन उसे खिलौनों से कम खेलने दें। इससे उसे अपने गलत काम का अहसास होगा।
खुद वैसा व्यवहार करें :अगर आप चाहते हैं कि बच्चा गुस्से में चिल्लाए नहीं, तो आपको भी उस पर चिल्लाने से बचना होगा। बच्चे वही सीखते हैं जो वे अपने माता-पिता को करते हुए देखते हैं।
गलतियों से सीखने का मौका दें : हर छोटी गलती पर टोकने की बजाय बच्चे को खुद सोचने का मौका दें। उससे पूछें कि “अगर तुम ऐसा करोगे, तो क्या होगा?” इससे बच्चा खुद अपनी गलती को समझेगा और भविष्य में उसे सुधारने की कोशिश करेगा।
बच्चे की बातें ध्यान से सुनें :अगर बच्चा गुस्से में कुछ कह रहा है, तो उसे डांटने या चुप करवाने की बजाय उसकी पूरी बात सुनें। जब उसे लगेगा कि उसकी बातों की अहमियत है, तो वो आपकी भी सुनने लगेगा।
दिनचर्या तय करें : बच्चे के लिए सोने, खेलने और पढ़ाई का समय तय करें। इससे उसे हर चीज की आदत पड़ जाएगी और बार-बार टोकने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
ध्यान भटकाने की तरकीब अपनाएं : अगर बच्चा किसी गलत चीज पर अड़ गया है, तो गुस्सा करने की बजाय उसका ध्यान किसी और चीज पर लगाएं। जैसे, “चलो, पहले यह पेंटिंग बनाते हैं, फिर बाकी चीजें देखते हैं”। इससे बच्चा अपनी जिद भूल जाएगा।
धैर्य रखें और प्यार से समझाएं : बच्चे को अनुशासित करने के लिए सबसे जरूरी चीज धैर्य और प्यार है। अगर आप गुस्से में चिल्लाएंगे, तो बच्चा भी जिद्दी बनेगा। लेकिन अगर आप शांति और समझदारी से समझाएंगे, तो वह जल्दी आपकी बात मानेगा।
अगर आप बिना ज्यादा सख्ती के बच्चे को अनुशासन में रखना चाहते हैं, तो प्यार, धैर्य और सही तरीके अपनाना जरूरी है। जब बच्चे को समझदारी और प्यार से सही राह दिखाई जाएगी, तो वह खुद ही जिम्मेदार और अनुशासित बन जाएगा।