हर माँ की सबसे बड़ी परेशानी होती है कि उसका बच्चा खाना खाने में आना-कानी करता है.क्या आप भी अपने बच्चे की वजह से हर समय टेंशन में रहती है? क्या आपका बच्चा भी अच्छी तरह खाना नहीं खाता है। सबसे पहले ये बताइये कि क्या आपका बच्चा खाना खाने में आना-कानी करता है? अगर इसका जवाब हां है, तो फिर लाजमी है कि आप बच्चों को खाना खिलाने के लिए क्या कुछ नहीं करती होंगी।
ये झूठ आपको उल्टे पड़ सकते हैं
इसी के चलते आप अपने बच्चे को कितने झूठे प्रॉमिस कर देती होंगी। जैसे कि बेटा आप अगर खाना खाओगे तो मैं आपके साथ खेलूंगी या बाहर घूमने ले चलूँगी। आप बच्चो को प्रॉमिस तो कर देती है पर उन्हें पूरा नहीं करती। आप अगर ऐसा करती हैं, तो फिर आपको अपनी इस आदत को छोड़ देना चाहिए क्योंकि आपके ये झूठ आपको उल्टे पड़ सकते हैं। यहाँ तक आप अपने बच्चो से दूर भी हो सकती हैं।
पेरेंट्स के द्वारा झूठ बोलने के दुष्प्रभाव
बच्चा दूर हो जाएगा
ये याद रखे कि बच्चों को डराकर खाना कभी न खिलाएं। इससेआप का बच्चा डर के मारे ओवर इंटिंग कर सकता है इसलिए भूल कर भी बच्चों को कभी भी डराकर खाना न खिलाएं।यहाँ तक इससे बच्चे का कॉन्फिडेंस भी लूज होने लगता है। और हां डर से आपका बच्चा आपसे दूर भी हो सकता हैं।
पाचन संबंधी समस्याए होने लगती है
बच्चे जब जबरदस्ती खाना खाते हैं तो वह उसे चबाते नहीं है सीधा निगल लेते हैं। जिसकी वजह से पाचन तंत्र अच्छी तरह से काम नहीं कर पाता है। लगातार ऐसा करने से बच्चे को डाइजेशन संबंधी समस्या हो सकती है। और आपका बच्चा बीमार हो सकता हैं.
झूठे प्रॉमिस करना
कई पेरेंट खाना खाने के बदले बच्चों से खेलने का झूठा प्रोमिस कर देते हैं जबकि जब बच्चे खाना खा लेते हैं, तो उन्हें खेलने से मना कर देते हैं। अगर आप भी ऐसा ही करती हैं, तो आपको अपनी इस आदत को बदलना चाहिए क्योंकि इससे बच्चे के मन में आपके लिए रिस्पेक्ट कम होती है।
उल्टी आना-
बच्चे जब बेमन से खाना खाते हैं तो वो पूरा एक साथ उल्टी के जरिए निकाल देते हैं। ऐसा हो तो पहले बच्चे के टेस्ट को पहचानें। जरूरी नहीं कि सभी बच्चों को रोटी सब्जी अच्छी लगे, कोई फल का शौकीन होता है, तो कोई सब्जियों का।
पिटाई की धमकी
बच्चों को हमेशा डांटने-मारने का डर दिखाकर भी उन्हें खाना खिलाना बहुत ही बुरी आदत है। इससे बच्चा हमेशा डरा-डरा रहेगा। ऐसे में बच्चों को कभी भी पिटाई की धमकी न दें। इससे बच्चा डरना शुरू कर देगा। और लाजमी सी बात है वो आपसे दुरी बनाने लगेगा
भोजन के लिए रुची खत्म हो जाती हैं
याद रखे बच्चे को भूख से अधिक खिलाने का प्रयास बिलकुल ना करे। ऐसा करने से बच्चो की भोजन के प्रति रुचि खत्म हो जाती है। यही नहीं इससे बच्चे के मन में चिढ हो जाती हैं।
बच्चोंं की तुलना दूसरों से करना
आप अगर बच्चों की तुलना करते हुए अपने बच्चों को खाना खिलाते हैं, तो इससे आपके बच्चे के दिमाग पर उल्टा असर पड़ने लगता है। बच्चा खुद को सुपीरियर समझने लगता है या फिर हीन भावना का शिकार हो जाता है। ऐसे में बच्चों की तुलना करते हुए उन्हें खाना न खिलाएं।
ये टिप्स अपनाये
याद रखे कभी भी भूल कर अपने बच्चे को एक साथ बहुत अधिक खाना खाने के लिए ना दें।
बच्चे की पसंद का पूरा ख्याल रखें।
ज्यादा तीखा खाना बनाने से बचें।
बच्चो को झूठ न बोले।