Ayurvedic Tips For Curd: दही को हमेशा से एक सेहतमंद और स्वाद बढ़ाने वाली चीज माना गया है। गर्मी हो या ठंड, बहुत से लोग इसे अपने खाने में ज़रूर शामिल करते हैं। दही में मौजूद प्रोबायोटिक बैक्टीरिया पाचन को सुधारने में मदद करते हैं और इम्युनिटी भी बढ़ाते हैं।लेकिन क्या आप जानते हैं कि दही को खाने का गलत तरीका आपकी सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है? इस बारे में आयुर्वेदिक डॉक्टर सलीम जैदी ने बताया है कि अधिकतर लोग दही खाते वक्त कुछ छोटी-छोटी गलतियां करते हैं, जो आगे चलकर गैस, पेट फूलना, या फिर सर्दी-जुकाम जैसी समस्याओं की वजह बनती हैं।
दही में न मिलाएं चीनी या नमक
कई लोग दही को plain खाने की बजाय उसमें चीनी या नमक मिला लेते हैं। लेकिन डॉ. जैदी के अनुसार, ऐसा करना गलत है।
चीनी मिलाने से दही में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया कमजोर हो जाते हैं, जिससे इसका प्रोबायोटिक असर कम हो जाता है।
वहीं नमक, खासकर सफेद नमक, शरीर से पानी खींचता है। गर्मियों में जब लोग दही को ठंडक के लिए खाते हैं, उस वक्त नमक मिलाना शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है।
रात के समय न खाएं दही
आयुर्वेद में रात को दही खाने से मना किया गया है। डॉ. जैदी बताते हैं कि रात के वक्त पाचन शक्ति कमजोर होती है और दही में अम्ल (एसिड) ज्यादा होता है।
इससे शरीर में कफ बढ़ता है, जिससे गला खराब, खांसी, सर्दी, और सांस से जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं। साथ ही, पेट फूलना और गैस बनने की समस्या भी बढ़ जाती है।
इसलिए सूरज ढलने के बाद दही से परहेज करना चाहिए।
रायता बनाते समय भी रखें सावधानी
बहुत लोग दही में बूंदी या खीरा डालकर रायता बनाते हैं, लेकिन ये तरीका भी नुकसान कर सकता है।
बूंदी, जो कि तेल में तली जाती है, दही के साथ मिलकर पाचन को गड़बड़ कर सकती है।
वहीं खीरा और दही दोनों ठंडी प्रकृति के होते हैं। साथ खाने पर ये कफ बढ़ाने और अपच की वजह बन सकते हैं।
ध्यान रखें ये छोटी बातें
डॉकहते हैं कि अगर आप दही को सही तरीके से खाएं, तो इससे सेहत को कई फायदे मिल सकते हैं। दही पाचन, इम्युनिटी और शरीर को ठंडक देने में मदद करता है, बस ज़रूरी है कि खाने का तरीका सही हो।