Inverter Battery Safety Tips : आजकल बिजली की लगातार कटौती के कारण इन्वर्टर हर घर और ऑफिस की जरूरत बन गया है। लेकिन बहुत से लोग इन्वर्टर की बैटरी की देखभाल ठीक से नहीं करते, जिससे कई बार यह फटने तक की नौबत आ जाती है। इससे न सिर्फ आर्थिक नुकसान होता है, बल्कि आग लगने और हादसे का भी खतरा रहता है।
इन्वर्टर बैटरी क्यों फटती है?
इन्वर्टर बैटरियां ज्यादातर लेड-एसिड बेस्ड होती हैं। अगर इनका इस्तेमाल गलत तरीके से हो या नियमित देखभाल न की जाए, तो बैटरी में गैस जमा होने लगती है, एसिड लीक हो सकता है और अंत में बैटरी फट सकती है। इससे घर की सुरक्षा पर भी खतरा मंडराने लगता है।
इन गलतियों से बचें वरना बैटरी फट सकती है
बैटरी को ज़रूरत से ज्यादा चार्ज करना
battery को ओवरचार्ज करना सबसे आम और बड़ी गलती है। जरूरत से ज्यादा चार्जिंग से बैटरी में हाइड्रोजन गैस बनने लगती है, जो अंदर दबाव बढ़ा देती है। अगर लंबे समय तक ऐसा होता रहा तो बैटरी फट सकती है। इसलिए हमेशा ऐसे चार्जर का इस्तेमाल करें जिसमें ऑटो कट-ऑफ फीचर हो।
बैटरी में पानी की कमी को नजरअंदाज करना
इन्वर्टर बैटरी में डिस्टिल्ड वॉटर की एक तय मात्रा होनी चाहिए। लेकिन बहुत से लोग महीनों तक पानी चेक ही नहीं करते। पानी की कमी से बैटरी की प्लेट्स सूखने लगती हैं और अंदर के केमिकल का बैलेंस बिगड़ जाता है। महीने में कम से कम एक बार बैटरी का पानी जरूर जांचें।
बैटरी को गर्मी या धूप में रखना
अगर बैटरी ऐसी जगह रखी है जहाँ सीधी धूप आती है या बहुत गर्मी रहती है, तो यह खतरनाक हो सकता है। गर्मी बैटरी के अंदर रासायनिक क्रिया को तेज कर देती है, जिससे एसिड और गैस ज्यादा बनने लगते हैं। इससे बैटरी फटने का खतरा काफी बढ़ जाता है। बैटरी को ठंडी और हवादार जगह पर रखें।
और भी ध्यान देने योग्य बातें
बैटरी के टर्मिनल को समय-समय पर साफ करें ताकि जंग न लगे।
कनेक्शन ढीले न होने दें वरना स्पार्किंग हो सकती है।
बहुत पुरानी या खराब बैटरी को समय रहते बदल दें।
इन्वर्टर बैटरी हमारी रोजमर्रा की जरूरत बन चुकी है। लेकिन थोड़ी सी लापरवाही से यह खतरे का कारण बन सकती है। ऊपर बताई गई तीन बड़ी गलतियों से बचकर न सिर्फ आप बैटरी की उम्र बढ़ा सकते हैं, बल्कि अपने परिवार और घर की सुरक्षा भी सुनिश्चित कर सकते हैं। इसलिए सतर्क रहें, सही देखभाल करें और बिजली कटौती के समय चैन की नींद लें।