Parenting without pressure : माता पिता का कर्तव्य है कि वे बच्चों को सही दिशा दिखाएं, लेकिन कभी कभी जरूरत से ज्यादा अनुशासन उनके व्यक्तित्व पर बुरा असर डाल सकता है। बच्चों की उम्र और समझ को ध्यान में रखते हुए उन्हें अपने फैसले लेने की आजादी देना बहुत जरूरी है।
आइए जानते हैं उन चीजों के बारे में जिनके लिए माता-पिता को बच्चों पर दबाव नहीं डालना चाहिए
खाने के लिए मजबूर करना
बच्चों को जबरदस्ती खाना खिलाने से उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। अगर बच्चा भूखा नहीं है, तो उसे खाने के लिए मजबूर न करें। इसके बजाय, उसे अपनी भूख के हिसाब से खाने दें। बच्चों की पसंद नापसंद का ध्यान रखते हुए उन्हें हेल्दी ऑप्शन दें।
हर समय परफेक्ट होने का दबाव
यह उम्मीद करना कि बच्चा हमेशा सबकुछ सही करेगा, गलत है। बच्चे को गलतियां करने दें और उनसे सीखने का मौका दें। परफेक्ट होने से ज्यादा जरूरी है कि वे अपनी कोशिशों का आनंद लें। इससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
उनकी राय को नजरअंदाज करना
बच्चों के भी अपने विचार होते हैं, जो उनकी पर्सनालिटी का हिस्सा हैं। उनकी बातें सुनें और उनकी राय की इज्जत करें। अगर उनकी बातों को दबा दिया गया, तो उनका आत्मविश्वास कमजोर हो सकता है।
हर समय पढ़ाई का दबाव
पढ़ाई जरूरी है, लेकिन बच्चों पर हर समय पढ़ाई का दबाव डालना सही नहीं। उन्हें खेलने, आराम करने और अपनी रुचियों को बढ़ाने का भी मौका दें। यह उनकी मानसिक और शारीरिक सेहत के लिए अच्छा है।
रिश्तों को निभाने की जबरदस्ती न करें
अगर बच्चा किसी रिश्तेदार से मिलने या बात करने में सहज नहीं है, तो उसे मजबूर न करें। उसकी भावनाओं को समझें और उसे अपने फैसले खुद लेने का मौका दें।
बच्चों की परवरिश करते वक्त उनकी भावनाओं और आजादी का सम्मान करना बेहद जरूरी है। अगर आप उनकी बातों को समझेंगे और उनका साथ देंगे, तो वे आपसे ज्यादा जुड़े रहेंगे और हर स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहेंगे।उन्हें गलतियां करने और खुद सीखने का मौका दें। ऐसा करने से वे आत्मनिर्भर बनेंगे और आपके करीब रहेंगे।