Internet Uses: क्या बढ़ रहा है गांवों में इंटरनेट इस्तेमाल? जानिए TRAI की ताज़ा रिपोर्ट क्या कहती है?

TRAI की रिपोर्ट के अनुसार मार्च 2025 में भारत में मोबाइल और वायरलेस यूजर्स की संख्या बढ़ी है, खासकर ग्रामीण इलाकों में तेज़ी से बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

Internet News: भारत में मोबाइल और वायरलेस इंटरनेट का उपयोग लगातार बढ़ रहा है। Telecom Regulatory Authority of India (TRAI) द्वारा मार्च 2025 में जारी किए गए आंकड़े बताते हैं कि इस क्षेत्र में गांवों की भागीदारी तेजी से बढ़ रही है, जबकि शहरों में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई है।

कुल मोबाइल और वायरलेस यूजर की संख्या में वृद्धि

मार्च 2025 के अंत तक भारत में मोबाइल और वायरलेस इंटरनेट (जैसे 5G Fixed Wireless Access) उपयोगकर्ताओं की संख्या बढ़कर 1,163.76 मिलियन हो गई है। फरवरी में यह आंकड़ा 1,160.33 मिलियन था, यानी एक महीने में 0.28% की बढ़ोतरी हुई है।

ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों का प्रदर्शन

शहरी क्षेत्रों में ग्राहक संख्या घटी है:फरवरी में 634 मिलियन, मार्च में 632.57 मिलियन – यानी 0.26% की गिरावट।

ग्रामीण क्षेत्रों में वृद्धि हुई है:फरवरी में 526.33 मिलियन, मार्च में 531.18 मिलियन – यानी 0.92% की बढ़त।

टेली-डेंसिटी में हलचल

टेली-डेंसिटी यानी प्रति 100 लोगों पर वायरलेस कनेक्शन:

कुल देश में:फरवरी में 82.23%, मार्च में 82.42%

शहरी इलाकों में:फरवरी में 125.30%, मार्च में 124.83% (गिरावट)

ग्रामीण इलाकों में:फरवरी में 58.16%, मार्च में 58.67% (बढ़त)

मोबाइल ग्राहकों की स्थिति

कुल मोबाइल यूजर्स:फरवरी में 1,154.05 मिलियन, मार्च में 1,156.99 मिलियन – 0.25% की बढ़ोतरी

शहरी मोबाइल ग्राहक:फरवरी में 627.94 मिलियन, मार्च में 628.31 मिलियन – 0.06% की बढ़ोतरी

ग्रामीण मोबाइल ग्राहक:फरवरी में 526.11 मिलियन, मार्च में 528.68 मिलियन – 0.49% की बढ़ोतरी

कौन बना सबसे बड़ा ग्राहक जोड़ने वाला नेटवर्क?

Reliance Jio – 40.60% नए ग्राहक

Bharti Airtel – 33.69%

Vodafone Idea – 17.75%

BSNL – 7.87%

ये भी पढ़ें-Summer Health Tips: आपको गर्मी दूसरों से ज्यादा क्यों लगती है? वजह मौसम या और कुछ जानिए इसके पीछे के कारण

क्षेत्रवार टेली-डेंसिटी

सबसे ज्यादा: Delhi – 275.79%

सबसे कम: Bihar – 57.23%

भारत में मोबाइल और वायरलेस सेवा का उपयोग बढ़ रहा है, खासतौर पर गांवों में। शहरी क्षेत्रों में संतृप्ति दिख रही है, जबकि ग्रामीण इलाकों में अब भी विस्तार की संभावनाएं हैं।

Exit mobile version