What is Quiet Quitting in Relationships? जब कोई इंसान किसी रिश्ते में रहते हुए भी उसमें दिल से शामिल न हो, न तो कोशिश करे और न ही समय दे, तो उसे ‘Quiet Quitting’ कहा जाता है। ये लोग न तो खुलकर ब्रेकअप करते हैं और न ही पार्टनर के साथ जुड़ाव बनाए रखते हैं। वो भावनाओं, बातचीत और समय से दूरी बना लेते हैं।
कैसे पहचानें कि आपका पार्टनर Quiet Quitting कर रहा है?
सारी कोशिशें बंद कर देना:अगर आपका पार्टनर अब आपके लिए समय, भावनाएं या खर्च नहीं करता, छोटे-छोटे प्यार भरे इशारे और मैसेज भी बंद कर देता है।
बातचीत से दूरी बनाना:वो अब आपसे बात करने से बचता है, आपकी बातों में दिलचस्पी नहीं लेता और अपनी बातों को भी छुपाने लगता है।
साथ वक्त बिताने में दिलचस्पी न लेना:कहीं बाहर जाने या कुछ साथ करने की उसकी इच्छा खत्म हो जाती है।
बाकी चीजों को ज्यादा अहमियत देना:वो दोस्तों, काम या यहां तक कि मोबाइल और पालतू जानवर तक को आपसे पहले रखने लगता है।
भविष्य की बातों से कतराना:अगर आप दोनों पहले भविष्य की बातें करते थे लेकिन अब वो इससे बचने लगे, तो ये एक संकेत हो सकता है।
चिड़चिड़ापन और झगड़े:छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा करना या बहस करने लगना भी संकेत हो सकता है।
इंटीमेसी का खत्म हो जाना:अब ना तो प्यार भरे स्पर्श होते हैं, ना ही कोई रोमांटिक भावनाएं दिखाई देती हैं।
हमेशा किसी काम में व्यस्त रहना:वो भले ही आपके सामने हो, लेकिन दिमाग कहीं और होता है।फोन, ऑफिस या किसी हॉबी में डूबा रहता है।
ऐसे में क्या करें?
ध्यान से व्यवहार देखें:बिना कोई आरोप लगाए पहले उसके बदलते व्यवहार पर गौर करें और नोट करें कि क्या लगातार ऐसा हो रहा है।
खुद की भावनाएं समझें:थोड़ा रुककर खुद से पूछें कि आपको कैसा लग रहा है।क्या आप अनदेखा महसूस कर रहे हैं?
भरोसेमंद किसी से बात करें:अपनी परेशानी अपने किसी करीबी या किसी थैरेपिस्ट से शेयर करें। वो आपको सही राय देने में मदद कर सकते हैं।
बात करने का सही समय चुनें:शांत माहौल में, बिना गुस्सा किए अपनी भावनाएं साफ-साफ शेयर करें। पुरानी बातें दोहराने से बचें।
ईमानदारी से बात करें:अपने दिल की बात बिना किसी आरोप या बहस के कहें। हो सकता है आपके पार्टनर को पता ही न हो कि आप क्या महसूस कर रहे हैं।
उसकी बात भी सुनें:शायद वो किसी तनाव, चिंता या निजी परेशानी से गुजर रहा हो। उसकी स्थिति को समझने की कोशिश करें।
जब आप ही अकेले कोशिश कर रहे हों: अगर सारी कोशिशें आप ही कर रहे हैं और वो बिल्कुल शामिल नहीं हो रहा, तो आपको सोचना होगा क्या ये रिश्ता अब भी आपके लिए सही है?
क्या ये रिश्ता जरूरी है?
अगर आपका पार्टनर भी इस रिश्ते को बचाने के लिए ईमानदारी से काम करना चाहता है, तो ये रिश्ता आगे बढ़ सकता है। लेकिन अगर सिर्फ आप ही मेहनत कर रहे हैं, तो खुद से यह सवाल जरूर पूछें क्या आपको ऐसे रिश्ते में रहना चाहिए जहां आप अकेले हों?