Lucknow News: लखनऊ शहर ने मंगलवार को धार्मिक सौहार्द की एक अनोखी झलक देखी। दादा मियां की मशहूर दरगाह पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता और कई धर्मों के लोग एक साथ पहुंचे। यहां सबने संत प्रेमानंद महाराज के जल्द स्वस्थ होने और दीर्घायु की दुआ मांगी। दरगाह परिसर में हुई इस प्रार्थना में बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया।
हिंदू और मुस्लिम समुदाय की एकजुटता
इस मौके पर खास बात यह रही कि दुआ में हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय के लोग शामिल हुए। सबने बिना किसी भेदभाव के एक साथ हाथ उठाकर प्रार्थना की। दादा मियां की दरगाह पर इस आयोजन ने दिखा दिया कि इंसानियत और प्रेम सबसे बड़ा धर्म है। मौके पर मौजूद लोगों ने कहा कि ऐसे आयोजन समाज में भाईचारे और एकता को मजबूत करते हैं।
समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं की पहल
दुआ कार्यक्रम की शुरुआत समाजवादी पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने की। उन्होंने बताया कि संत प्रेमानंद महाराज ने हमेशा सभी धर्मों में एकता और प्रेम का संदेश दिया है। इसलिए उनके स्वास्थ्य के लिए यह दुआ पूरी श्रद्धा और सम्मान के साथ की गई। पार्टी कार्यकर्ताओं ने कहा कि महाराज देश के आध्यात्मिक मार्गदर्शक हैं, और उनके स्वस्थ होने से समाज में सकारात्मक ऊर्जा फैलेगी।
दरगाह परिसर में शांति और भावनाओं का माहौल
कार्यक्रम के दौरान दरगाह परिसर में शांतिपूर्ण और भावनात्मक माहौल देखने को मिला। कई लोगों ने अगरबत्ती और फूल अर्पित किए। दरगाह के सज्जादानशीन ने भी सबको आपसी भाईचारे और सद्भाव का संदेश दिया।।लोगों ने कहा कि यह दृश्य बताता है कि लखनऊ में धर्म नहीं, बल्कि दिलों का रिश्ता ज्यादा अहम है।
लोगों की प्रतिक्रिया
इस कार्यक्रम की चर्चा सोशल मीडिया पर भी देखने को मिली। लोगों ने इसे “गंगा-जमुनी तहज़ीब” का सुंदर उदाहरण बताया। कई लोगों ने कहा कि इस तरह की पहलें समाज में सकारात्मक सोच को बढ़ावा देती हैं।
लखनऊ की इस पहल ने एक बार फिर साबित कर दिया कि जब इंसानियत आगे होती है, तो धर्म की दीवारें पीछे रह जाती हैं। दादा मियां की दरगाह पर संत प्रेमानंद महाराज के लिए की गई यह दुआ, प्रेम, एकता और सद्भाव की सच्ची तस्वीर पेश करती है।