Lucknow News: लखनऊ के सिल्वर लाइन अपार्टमेंट को गिराने की योजना पर फिलहाल रोक लग गई है। हाईकोर्ट ने इस मामले में लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) से चार हफ्तों के अंदर जवाब मांगा है। इसके बाद याचिकाकर्ताओं यानी फ्लैट मालिकों को भी दो हफ्तों का समय मिलेगा, ताकि वे अपना पक्ष रख सकें।
फ्लैट मालिकों को राहत मिली
इस अपार्टमेंट में रहने वाले कई फ्लैट मालिकों ने कोर्ट में याचिका दायर की थी। उनका कहना था कि बिना उनकी बात सुने ही बिल्डिंग को गिराने का फैसला ले लिया गया। कोर्ट ने उनकी याचिका पर सुनवाई करते हुए फिलहाल तोड़फोड़ पर रोक लगा दी है। इस फैसले के बाद वहां के लोगों को थोड़ी राहत महसूस हुई है।
LDA ने दिया था 15 दिन का नोटिस
कुछ समय पहले लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने फ्लैट मालिकों को एक नोटिस भेजा था। इस नोटिस में 15 दिनों के अंदर अपार्टमेंट खाली करने के लिए कहा गया था। यह नोटिस मिलते ही वहां रहने वाले लोग घबरा गए। कई लोगों ने अपनी जमा पूंजी लगाकर ये फ्लैट खरीदे थे, इसलिए अचानक खाली करने का फैसला उनके लिए बहुत बड़ा झटका था।
लोगों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया
अपार्टमेंट के निवासियों ने इस फैसले के खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर कर दी। उन्होंने बताया कि अगर बिल्डिंग में कोई दिक्कत थी तो यह पहले क्यों नहीं बताया गया। अचानक खाली करने का नोटिस देना गलत है। बिना किसी ठोस वजह के किसी को बेघर करना उचित नहीं है। उनकी बात को सुनते हुए हाईकोर्ट ने फिलहाल LDA की कार्रवाई पर रोक लगा दी।
अब आगे क्या होगा
अब LDA को चार हफ्तों के अंदर जवाब देना होगा। इसके बाद, फ्लैट मालिकों को भी दो हफ्तों का समय मिलेगा ताकि वे अपनी बात रख सकें। इस दौरान सिल्वर लाइन अपार्टमेंट को गिराया नहीं जाएगा। कोर्ट आगे की सुनवाई के बाद फैसला करेगा कि बिल्डिंग को गिराया जाएगा या नहीं। फिलहाल, वहां के लोग चिंता से थोड़ी राहत महसूस कर रहे हैं।