Lucknow Metro: लखनऊ मेट्रो के विस्तार की योजना को बड़ी मंजूरी मिल गई है। पब्लिक इंवेस्टमेंट बोर्ड (पीआईबी) ने सेकेंड फेज के लिए मंजूरी दे दी है, जिससे अब इसके निर्माण के लिए रास्ता साफ हो गया है। इस नए चरण में लखनऊ के बीचोंबीच चारबाग से वसंतकुंज तक ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर का निर्माण होगा, जिसमें कुल 12 स्टेशन होंगे। यह परियोजना Lucknow Metro की वर्तमान नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर से जुड़कर शहर में मेट्रो नेटवर्क को 35 किलोमीटर तक बढ़ा देगी। इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए डीपीआर को केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी मिलना बाकी है, जिसकी उम्मीद जून महीने में है। अक्तूबर से निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है। यह विस्तार लखनऊ के विकास में एक नया मुकाम साबित होगा, जो यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी और सुविधा प्रदान करेगा।
Lucknow Metro के सेकेंड फेज को लेकर हाल ही में पीआईबी की बैठक में मंजूरी दी गई है, जिससे अब इस परियोजना के लिए केंद्रीय कैबिनेट से अंतिम अनुमति मिलने की राह आसान हो गई है। यह फैसला खासतौर पर यूपी की राजधानी लखनऊ के लिए मेट्रो सेवा को और बेहतर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। मार्च 2024 में राज्य सरकार ने इस परियोजना की डीपीआर को मंजूरी दी थी, जिसके बाद सात जुलाई को नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप (एनपीजी) ने भी इसे मंजूरी दी।
ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर का कुल लंबाई 11.165 किलोमीटर होगी, जिसमें 4.286 किलोमीटर एलिवेटेड और 6.879 किलोमीटर भूमिगत सेक्शन शामिल होंगे। इस नए कॉरिडोर में कुल 12 स्टेशन होंगे, जिनमें से सात स्टेशन भूमिगत होंगे और पांच एलिवेटेड। भूमिगत स्टेशनों में चारबाग, गौतम बुद्ध नगर, अमीनाबाद, पांडेयगंज, सिटी रेलवे स्टेशन, मेडिकल कॉलेज चौराहा और चौक शामिल हैं। वहीं, ठाकुरगंज, बालागंज, सरफराजगंज, मूसाबाग और वसंतकुंज स्टेशन एलिवेटेड होंगे।
दलित की शादी में डीजे बजाने पर दबंगों का उत्पात, पुलिस के जाने के बाद फिर मारपीट, दूल्हे को गोली मारने की धमकी
चारबाग मेट्रो स्टेशन इस नेटवर्क का इंटरचेंज स्टेशन होगा, जहां से यात्री नॉर्थ-साउथ और ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर के बीच मेट्रो बदल सकेंगे। इससे लखनऊ मेट्रो की दोनों कॉरिडोर पूरी तरह से जुड़े रहेंगे और यात्री सुविधा में सुधार होगा।
यूपी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने कहा कि मेट्रो के इस विस्तार से शहर के घने आबादी वाले इलाकों के लोगों को सुगम, सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा की सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही पुराने शहर की सांस्कृतिक धरोहर, खान-पान और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि लखनऊ मेट्रो के पहले चरण को भी समय से पहले पूरा किया गया था और कोशिश रहेगी कि सेकेंड फेज को भी समय से पहले पूरा किया जाए।
इस Lucknow Metro परियोजना की अनुमानित लागत लगभग 5801 करोड़ रुपये है, जो लखनऊ के विकास और आधुनिकता में एक बड़ा योगदान साबित होगी। अक्तूबर से निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है और इसे पांच साल के अंदर पूरा कर लिया जाएगा।
Lucknow Metro के इस विस्तार से राजधानी में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की गुणवत्ता में सुधार होगा, यातायात का दबाव कम होगा और शहर के विकास को नई दिशा मिलेगी।