Basant Panchami: बसंत पंचमी के अवसर पर महाकुंभ के अंतिम अमृत स्नान को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। एडीजी भानु भास्कर स्वयं मेला क्षेत्र में भीड़ नियंत्रण की निगरानी कर रहे हैं। मौनी अमावस्या के दिन संगम नोज पर भगदड़ की घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को प्रयागराज पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया था और अस्पताल जाकर घायलों का हालचाल जाना था। इसके बाद प्रशासन ने सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के लिए व्यापक तैयारियां की हैं। स्नान मार्गों को सुव्यवस्थित करने के लिए विभिन्न पुलों पर आवागमन के निर्देश जारी किए गए हैं जिनकी जानकारी बड़े होर्डिंग्स के माध्यम से दी गई है।
श्रद्धालुओं के लिए पुलों की व्यवस्था
- अरैल से झूंसी जाने के लिए – पुल नंबर 28 खुला रहेगा।
- संगम से झूंसी जाने के लिए – पुल नंबर 2, 4, 8, 11, 13, 15, 17, 20, 22, 23 और 25 खुले रहेंगे।
- झूंसी से संगम जाने के लिए – श्रद्धालु पुल नंबर 16, 18, 21 और 24 का उपयोग कर सकेंगे।
- झूंसी से अरैल जाने के लिए – पुल नंबर 27 और 29 खुले रहेंगे।
‘शून्य त्रुटि’ के साथ स्नान संपन्न कराने के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Basant Panchami) ने बसंत पंचमी स्नान की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक में अधिकारियों को “शून्य त्रुटि” के साथ स्नान संपन्न कराने के निर्देश दिए थे। रविवार सुबह एडीजी भानु भास्कर ने मेला प्राधिकरण भवन स्थित ‘इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर’ (आईसीसीसी) पहुंचकर पूरे मेला क्षेत्र की स्क्रीन पर निगरानी की। उन्होंने लाउडस्पीकर के माध्यम से घाटों से भीड़ हटाने के निर्देश दिए और श्रद्धालुओं से अपील की कि “स्नान के बाद घाटों पर अनावश्यक रूप से न बैठें, जिससे अन्य श्रद्धालु भी स्नान कर सकें। घाट पर भोजन न करें और खाने-पीने के लिए अन्य स्थानों का उपयोग करें।”
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‘ऑपरेशन इलेवन’ के तहत भीड़ प्रबंधन
सरकार ने बसंत पंचमी पर ‘ऑपरेशन इलेवन’ के तहत भीड़ प्रबंधन की योजना लागू की है। सोमवार को श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एकल मार्ग व्यवस्था लागू की जाएगी। त्रिवेणी संगम पर अत्यधिक दबाव रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। तृतीय अमृत स्नान पर्व के लिए दो कंपनी आरएएफ और तीन कंपनी पीएसी का अतिरिक्त प्रबंध किया गया है। मेला प्रशासन के अनुसार, पूरे मेला क्षेत्र में पुलिस बल को विशेष रूप से भीड़ नियंत्रण पर ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं।
बसंत पंचमी स्नान पर्व के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ रही है। रविवार रात 8 बजे तक 1.29 करोड़ श्रद्धालु गंगा और संगम में डुबकी लगा चुके थे। वहीं, 13 जनवरी से अब तक कुल 34.90 करोड़ से अधिक श्रद्धालु गंगा स्नान कर चुके हैं।
अखाड़ा परिषद की अपील
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने श्रद्धालुओं से अपील की कि प्रयागराज का संपूर्ण पांच कोस क्षेत्र संगम माना जाता है। उन्होंने कहा कि फाफामऊ से अरैल तक कहीं भी स्नान करने से महाकुंभ का पुण्य प्राप्त होता है। उन्होंने श्रद्धालुओं से अनुरोध किया कि वे संगम क्षेत्र में अनावश्यक भीड़ न बढ़ाएं, जिससे स्नान की व्यवस्था सुचारु बनी रहे।