Maha Kumbh Mela fire incident-प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेला क्षेत्र में रविवार को एक बड़ा हादसा हुआ। सेक्टर-19 में स्थित अखिल भारतीय धर्म संघ गीता प्रेस के कैंप में अचानक आग लग गई, जो बाद में तेजी से फैल गई। आग के कारण कई टेंट जलकर खाक हो गए, और उनमें रखा सामान भी पूरी तरह से नष्ट हो गया।
आग कैसे लगी?
पहली जानकारी के अनुसार, आग एक सिलेंडर में लगी, और इसके बाद सिलेंडर में एक के बाद एक ब्लास्ट होने लगे। बताया जा रहा है कि करीब आठ से नौ सिलेंडरों में ब्लास्ट हुए। इसके बाद आग का रूप बहुत विकराल हो गया और यह आग लगभग 15 से 18 टेंटों तक फैल गई।
आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने काफी मेहनत की, लेकिन टेंट और सामान पूरी तरह से जलकर खाक हो गए।
अधिकारियों का बयान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया और कहा कि सभी वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। जिले के डीएम रवींद्र कुमार ने बताया कि इस घटना में किसी की हताहत होने की कोई जानकारी नहीं है और आग को नियंत्रित कर लिया गया है। हालांकि, आग के कारण होने वाले नुकसान का सही अनुमान अभी नहीं लगाया जा सका है।
घटनास्थल पर राहत कार्य
घटना के बाद मौके पर एनडीआरएफ की टीमें और फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौजूद हो गईं। एनडीआरएफ के डीआईजी एमके शर्मा ने बताया कि सभी टीमें मिलकर काम कर रही हैं और आग को बुझा लिया गया है। पुलिस और प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं और साधु संतों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है।
सपा का सरकार पर आरोप
महाकुंभ में आग लगने के बाद समाजवादी पार्टी ने योगी सरकार पर निशाना साधा। सपा के नेता ने आरोप लगाया कि महाकुंभ मेला प्रबंधन की तैयारियों में भारी कमी है और यह हादसा प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए सरकार से मांग की कि ऐसी घटनाओं की जांच की जाए और भविष्य में इस तरह की स्थिति न बने, इसके लिए कदम उठाए जाएं।
महाकुंभ की सुरक्षा और व्यवस्था
Maha Kumbh Mela 13 जनवरी को शुरू हुआ था और 26 फरवरी तक चलेगा। अब तक 7 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में स्नान करने आ चुके हैं। इस घटना ने महाकुंभ मेले की सुरक्षा और व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सीएम योगी ने भी इस घटना की गंभीरता को स्वीकार करते हुए राहत और बचाव कार्यों को प्राथमिकता देने की बात की है।