Meerut honor killing: मेरठ के परतापुर क्षेत्र से एक ऐसी खौफनाक वारदात सामने आई है, जिसे सुनकर रूह कांप जाए। एक 17 वर्षीय छात्रा आस्था की निर्मम हत्या कर दी गई, सिर्फ इसलिए क्योंकि वह एक युवक से प्रेम करती थी। परिजनों ने ‘इज्जत’ की रक्षा के नाम पर छात्रा का गला दबाया, फिर सिर काटकर नहर में फेंक दिया। शव की मुट्ठी में प्रेमी का नाम और नंबर लिखा एक पर्चा था, जो इस जघन्य अपराध की कहानी कह गया। पुलिस इस हत्याकांड को ‘ऑनर किलिंग’ मान रही है और जांच में जुटी है। यह मामला एक बार फिर समाज में झूठी ‘इज्जत’ की मानसिकता और स्त्री स्वतंत्रता पर लगाई जा रही पाबंदियों को उजागर करता है।
उत्तर प्रदेश के मेरठ में ऑनर किलिंग –
17 वर्षीय छात्रा आस्था की गला दबाकर हत्या। धड़ से सिर अलग करके लाश रजवाहे में फेंकी। पुलिस ने छात्रा की मां, भाई, ममेरे भाई, दोस्त हिरासत में लिए। पता चला है कि छात्रा कॉल पर एक लड़के से बात कर रही थी। फैमिली ने उसको देख लिया। लड़ाई हुई तो… pic.twitter.com/cqp0UWCHrs
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) June 6, 2025
‘इज्जत’ के नाम पर मौत की सजा
परतापुर थाना क्षेत्र के बहादुरपुर गांव स्थित रजबहे में गुरुवार सुबह ग्रामीणों ने एक युवती का सिर कटा शव देखा, जिसकी जानकारी मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। शव की पहचान दौराला क्षेत्र की रहने वाली 17 वर्षीय इंटर की छात्रा आस्था के रूप में हुई, जो एक दिन पहले से लापता थी। उसके शरीर पर हल्दी और मेहंदी के निशान थे, जिससे आशंका है कि लड़की किसी पारिवारिक आयोजन या शादी की तैयारी में शामिल थी।
शव की तलाशी के दौरान उसकी मुट्ठी में दो बीस रुपये के नोट और एक पर्ची मिली, जिसमें एक युवक ‘विकास’ का नाम और मोबाइल नंबर लिखा था। पुलिस ने जब उस नंबर पर संपर्क किया, तो विकास ने बताया कि वह युवती का प्रेमी है और दोनों के बीच पिछले कुछ महीनों से प्रेम संबंध थे।
मां, मामा और ममेरे भाई पर हत्या का शक
Meerut पुलिस जांच में सामने आया कि छात्रा के घरवालों को उसके प्रेम संबंधों की जानकारी थी और वे इससे नाराज़ थे। परिजनों ने कई बार आस्था को समझाने की कोशिश की, लेकिन जब वह नहीं मानी, तो ‘इज्जत’ के नाम पर हत्या की साजिश रची गई। फिलहाल पुलिस ने मृतका की मां, दो मामा और एक ममेरे भाई को हिरासत में लिया है। ममेरे भाई की निशानदेही पर छात्रा का कटा सिर खोजने के लिए नहर में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, हत्या गला दबाकर की गई और फिर सिर काटकर अलग कर दिया गया। सिर को नहर में फेंक दिया गया ताकि पहचान न हो सके।
हॉरर किलिंग या सामाजिक हैवानियत?
Meerut एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने इसे एक ‘रेयरेस्ट ऑफ रेयर’ मामला बताया है और कहा है कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल की गहन जांच की है, लेकिन अभी तक कोई सीसीटीवी फुटेज या अन्य डिजिटल साक्ष्य नहीं मिले हैं। पुलिस ने मोबाइल डंप डेटा और कॉल रिकॉर्ड खंगालने शुरू कर दिए हैं।
इस हत्याकांड को लेकर सोशल मीडिया पर आक्रोश है। #JusticeForAastha ट्रेंड कर रहा है, और लोग परिवार द्वारा किए गए इस अपराध को मानसिक विकृति करार दे रहे हैं।
झूठी ‘इज्जत’ के नाम पर हत्या कब तक?
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि प्रेम करने की आज़ादी अभी भी भारत के कई हिस्सों में अपराध मानी जाती है। जिस समाज में लड़की की पसंद को अपराध मान लिया जाए और परिवार उसके जीने के अधिकार को छीन ले, वहां इज्जत नहीं, केवल जिंदा लाशें बचती हैं।
Meerut पुलिस की जांच जारी है और यह देखना होगा कि आस्था को न्याय कब तक और कैसे मिलेगा। लेकिन सवाल यही है—क्या अगली ‘आस्था’ को बचाया जा सकेगा?
नोट: यह रिपोर्ट 6 जून 2025 तक उपलब्ध समाचार और सोशल मीडिया अपडेट्स पर आधारित है। आगे की जांच में तथ्य बदल सकते हैं।