लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। कैराना से सपा की सांसद इकरा हसन जो बीते कईदिनों से सुर्खियों में हैं। जब बरेली हिंसा में हुई तब इकरा गरजीं। उनके नेतृत्व में सपाई सड़क पर उतरे। बरेली जानें के लिए अपने-अपने घरों से रवाना हुए। गाजियाबाद के पास इकरा का काफिला रोक लिया गया। इकरा को पुलिस हिरासत में लेकर दिल्ली चली गई। उससे पहले ने धुआंधार भाषण दिया। इकरा ने कहा कि जनता बीजेपी की तानाशाही से ऊब चुकी है। अब जनता देश व प्रदेश से बीजेपी सरकार को उखाड़ फेकेगी। इसी के बाद से इकरा बीजेपी नेताओं के निशाने पर आ गई है। बीजेपी के नेता व कार्यकर्ता उन्हें सोशल मीडिया के जरिए घेर रहे हैं। उन पर सनसनीखेज आरोप लगा रहे हैं।
अब बीजेपी नेताओं को जवाब देने के लिए खुद इकरा अब मैदान पर उतर चुकी हैं। कुछ दिन पहले सहारनपुर के एक गांव में शिव मंदिर खंडित किए जाने के बाद इकरा के खिलाफ भद्दी नारेबाजी की गई, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। अब इकरा खुद उस गांव पहुंचीं और भावुक होते हुए खुद कहा कि उन्हें मुल्ली और आतंकवादी कहा गया। आरोपी रोहित प्रधान को गिरफ्तार करने के बाद फिर रिहा कर दिया गया। इकरा ने कहा कि बीजेपी के लोग नफरत की राजनीति कर रहे हैं। उन्हें पता है कि 2027 में जनता उनकी सरकार को उखाड़ फेकेगी। ऐसे में अ बवह व्यक्तिगत हमले कर रहे हैं। मुझे गालियां दी जा रही हैं।
सहारनपुर के छापुर गांव पहुंचीं इकरा हसन ने भावुक होते हुए स्थानीय लोगों को संबोधित करते हुए कहा आज जिस तरह की मुझे गालियां दी जा रही हैं, वह सिर्फ मेरा नहीं बल्कि इस क्षेत्र की हर महिला का अपमान है। मुझे मुल्ली कहा गया और आतंकवादी कहा गया। मैंने कभी धर्म या बिरादरी की राजनीति नहीं की है। हमेशा सबको साथ लेकर चलने की कोशिश की है। इकरा ने कहा, मुझे प्रशासन की ओर से फोन आया था कि वे छापुर ना जाएं। लेकिन मैंने कहा कि यह मेरा इलाका है तो क्यों ना जाऊं। मैं राजनीति नहीं, बल्कि समाज की बात करने आई हूं। मुझ पर जो टिप्प्णी की गई, उस मामले में पुलिस कप्तान ने खुद ही मुझे फोन कर तहरीर मांगी थी। ये बात आप खुद पूछ सकते हैं। और मैंने किसी के पक्ष में कोई फोन नहीं किया।
सपा सांसद ने कहा कि ’मंदिर तोड़ने जैसी घटना बर्दाश्त के काबिल नहीं है। मुझे इससे दुख पहुंचा है। मेरा धर्म मुझे और मेरा समाज और जिम्मेदारी सब साथ लेकर चलना सिखाते हैं। मैं दबकर राजनीति नहीं करूंगी और जो समाज को तोड़ने की कोशिश करेगा उसे तो छोड़ूंगी नहीं। यह दोहरा चरित्र अब नहीं चलेगा। बीजेपी के पूर्व सांसद प्रदीप कुमार का नाम लिए बगैर इकरा ने इशारों में निशाना साधा। उन्होंने कहा आजकल लोग नफरत की राजनीति कर रहे हैं। पूर्व सांसद के नजदीकी समर्थक ने मुझे मुल्ली और आतंकवादी कहा। क्या वो इसका खंडन करेंगे। एक तरफ ये सरकार बहन-बेटियों को सम्मान देने की बात करती है और दूसरी तरफ गालियां दिलवाई जाती है।
इकरा ने कहा कि यदि मैं मुल्ली हूं, कटरपंथी हूं, आतंकी हूं तो मैं अपनी लोकसभा की जनता से अपील करती हूं कि वह मुझे 2029 के लोकसभा चुनाव में वोट न करें। इकरा को अपना सरंपच न चुने। इकरा ने कहा कि मेरे लिए सभी धर्म बराबर हैं। मुझे सभी जाति-धर्म के लोगों ने वोट कर अपना जनप्रतिनिधि चुना है। मैं नफरत की बात कभी नहीं करती। मैं बांटने की बात कभी नहीं करती। मैं तो जोड़ने के इरादे से राजनीति में आई थी। मैं अपने इस मिशन में आगे भी डटी रहूंगी। इकरा चौधरी परिवार की बेटी है। बीजेपी के नेताओं से डरने वाली नहीं हैं। हम इनका मुकाबला करेंगे। जनता इन्हें चुनाव में सबक सिखाएगी। बता दें, इकरा हसन जिस कैराना सीट से लोकसभा सांसद हैं, उसमें शामली और सहारनपुर जिलों के हिस्से शामिल हैं। सहारनपुर के जिस गांव में घटना हुई, वो भी इकरा के क्षेत्र का ही हिस्सा है।