नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। कहते हैं मंजिल उन्हें ही मिलती है, जो दिन में जागते हुए सपने देखते है। सपने को साकार करने के लिए कठिन तपस्या करते हैं। अपनो को छोड़ मंजिल की किनारे अपना ठिकाना बना लेते हैं। ऐसे इंसानों की मदद भगवान भी करते हैं। ऐसे लोगों का साथ आजमन से लेकर खासजन भी देने को तैयार रहते हैं। कठिन परीक्षा पास कर यही युवा आगे चलकर भविष्य के सचिन, विराट और रोहित शर्मा बनते हैं। आज हम अपने इस खास वीडियो में ऐसे ही एक युवा क्रिकेटर के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, जिसने महज 18 साल की उम्र में देश का नाम दुनिया में रोशन कर रहा है।
हां उस खिलाड़ी का नाम आयुष म्हात्रे है, जो इंग्लैंड की धरती पर पारस की तरह चमका। बल्ले से ऐसी गदर काटी की अंग्रेज बॉलर्स भी 18 साल के लड़के पर फिदा हो गए। महेंद्र सिंह धोनी के चेले ने विदेशी धरती पर कई रिकार्ड तोड़े और कई रिकार्ड अपने नाम किए। जिस मुकाबले में भारत की न्यू सनसनी वैभव सूर्यवंशी खाता नहीं खोल पाए, उस मैच में आयुष म्हात्रे ने शतक जड़ दिया। ये शतक उन्होंने भारत और इंग्लैंड की अंडर-19 टीमों के बीच खेली गई दो मैचों की यूथ टेस्ट सीरीज के दूसरे मुकाबले ठोका। ये मैच चेम्सफोर्ड के मैदान पर खेला गया, जिसमें टीम इंडिया के कप्तान आयुष म्हात्रे ने शानदार नेतृत्व करते हुए जीत दिलाने की पूरी कोशिश की, लेकिन टीम लक्ष्य से थोड़ा पीछे रह गई।
भारतीय कप्तान ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 25 गेंदों में ही अपना अर्धशतक पूरा किया। आयुष ने अभिज्ञान कुंदु के साथ मिलकर 77 गेंदों में 117 रनों की पार्टनरशिप की। भारत की अंडर-19 टीम के कप्तान आयुष म्हात्रे ने 64 गेंदों में ही अपना शतक पूरा किया और इसी के साथ ये खिलाड़ी यूथ टेस्ट में सबसे तेज सेंचुरी लगाने वाला प्लेयर बन गया। इससे पहले ये रिकॉर्ड इंग्लैंड के बल्लेबाज जॉर्ज बैल के नाम था। इस खिलाड़ी ने 2022 में श्रीलंका के खिलाफ 88 गेंदों में सेंचुरी बनाई थी। आयुष म्हात्रे के नाम अंडर-19 टेस्ट क्रिकेट की तीसरी फास्टेस्ट सेंचुरी बनाने का रिकॉर्ड भी है। आयुष म्हात्रे अब यूथ टेस्ट क्रिकेट इतिहास में पहले ऐसे बल्लेबाज बन गए हैं, जिन्होंने 100 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से 300 से अधिक रन बनाए हैं।
इससे पहले यह रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के दिग्गज और मौजूदा इंग्लैंड कोच ब्रेंडन मैकुलम के नाम था, जिन्होंने 2001 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 95.58 के स्ट्राइक रेट से 455 रन बनाए थे। इसी लिस्ट में भारतीय कोच गौतम गंभीर भी हैं, जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 2000-2001 में 3 टेस्ट मैचों में 83.16 की स्ट्राइक रेट से 331 रन बनाए थे। आयुष अपनी प्रतिभा और आक्रामक बल्लेबाजी शैली से सबका ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। आयुष को भविष्य का वीरेंद्र सहवाग और ब्रायन लारा कहा जाता है। आयुष धुआंधार बैटिंग करते हैं। उन्हें सिक्सर किंग भी कहा जाता है। आयुष मुम्बई की तरफ से रणजी मैच खेलते हैं और वर्तमान में अंडर 19 के कप्तान हैं।
आयुष का जन्म 16 जुलाई 2007 को मुंबई के विरार में हुआ था। आयुष दाएं हाथ से बल्लेबाजी और दाएं हाथ से ही ऑफ ब्रेक गेंदबाजी करते हैं। घरेलू क्रिकेट में वह मुंबई की तरफ से खेलते हैं। आयुष म्हात्रे ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत बहुत कम उम्र में की थी। उनके नाना लक्ष्मीकांत नाइक ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और उन्हें वेंगसरकर क्रिकेट एकेडमी में दाखिला दिलाया। आयुष ने 6 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया था, लेकिन उनका असली क्रिकेट तब शुरू हुआ जब वह 10 साल के हुए। आयुष म्हात्रे ने अपने करियर में कई रिकॉर्ड बनाए हैं। वह लिस्ट ए क्रिकेट में 150 से अधिक रन बनाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी होने का रिकॉर्ड अपने नाम रखते हैं।
आयुष ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 9 मैचों में 504 रन बनाए हैं, जिसमें 2 शतक और 1 अर्धशतक शामिल हैं। लिस्ट-ए क्रिकेट में 7 मैचों में 458 रन बनाए हैं, जिसमें 2 शतक और 1 अर्धशतक शामिल हैं। आयुष म्हात्रे आईपीएल 2025 के दौरान चर्चा में आए थे, जब सीजन के अंतिम चरण में चेन्नई सुपर किंग्स ने इस युवा प्रतिभा को खेलने का मौका दिया था। उस मौके का आयुष ने भरपूर फायदा उठाया और बड़े मंच पर बेहतरीन प्रदर्शन कर सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा। आईपीएल के बाद 18 वर्षीय इस खिलाड़ी ने इंग्लैंड दौरे पर रेड बॉल क्रिकेट में धमाल मचाया और दिखा दिया कि वह भविष्य के सितारे हैं।