Ahmedabad Plane Crash : अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे में एक अहम मोड़ सामने आया है। हादसे का शिकार हुए बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 के पायलट सुमित सभरवाल का अंतिम मैसेज अब सामने आया है। इस आपात संदेश में उन्होंने एटीसी को तीन बार “मेडे, मेडے, मेडے…” कहते हुए सूचना दी कि “थ्रस्ट नहीं मिल रहा है, पावर घट रही है, प्लेन ऊपर नहीं उठ रहा… हम नहीं बचेंगे।”
इस दिल दहला देने वाले हादसे में अब तक 275 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। मृतकों में यात्रियों और क्रू मेंबर्स के अलावा एक अस्पताल के डॉक्टर और उनके परिजन भी शामिल हैं।
विमान के पुराने रिकॉर्ड पर उठे सवाल
इसी बीच इस विमान से जुड़ी एक पुरानी लेकिन बेहद अहम जानकारी सामने आई है। दस्तावेजों के मुताबिक, यही ड्रीमलाइनर विमान 17 नवंबर 2019 से लेकर लगभग 7 महीने तक ग्राउंडेड रहा था। हालांकि, इसके ग्राउंडेड रहने की वजह अब तक स्पष्ट नहीं हो सकी है। विमानन अनुसंधान कंपनी सिरियम के मुताबिक, इस अवधि में विमान मुंबई एयरपोर्ट के स्टोरेज एरिया में खड़ा रहा था और फिर 14 जून 2020 को इसे दोबारा सेवा में लाया गया।
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सबसे बड़ी बात यह है कि विमान के इतने लंबे समय तक ग्राउंडेड रहने की जानकारी सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं थी, जबकि डीजीसीए (डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन) की गाइडलाइनों के अनुसार, किसी भी ग्राउंडेड विमान की जानकारी सार्वजनिक डोमेन में होना अनिवार्य है। इतना ही नहीं, विमान का ग्राउंडेड रहना एक नियमित शेड्यूल्ड मेंटेनेंस से भी कहीं अधिक समय का था, जिससे यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या इसमें किसी प्रकार की तकनीकी खामी या सुरक्षा से जुड़ा पहलू छिपाया गया?
DGCA की उच्चस्तरीय जांच कमेटी
घटना की गंभीरता को देखते हुए डीजीसीए ने एक हाईलेवल जांच कमेटी गठित कर दी है। यह समिति वर्तमान मानकों (SOPs) और हादसों को रोकने के लिए निर्धारित दिशा-निर्देशों का विश्लेषण करेगी। डीजीसीए ने स्पष्ट किया है कि यह नई कमेटी उन जांचों को प्रभावित नहीं करेगी जो पहले से चल रही हैं। इस पूरे मामले ने एयरलाइन संचालन और सुरक्षा मानकों को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिनके जवाब देश की एविएशन इंडस्ट्री को जल्द देने होंगे।