Amritsar blast: पंजाब के अमृतसर में हुए एक रहस्यमयी धमाके ने खालिस्तानी आतंकवाद के पुराने जख्मों को फिर से कुरेद दिया है। नौशेरा गांव में अचानक हुए इस ब्लास्ट में एक संदिग्ध शख्स की मौत हो गई, जो कथित तौर पर बब्बर खालसा जैसे कुख्यात आतंकी संगठन से जुड़ा था। चौंकाने वाली बात यह है कि यह धमाका उस वक्त हुआ जब वह शख्स एक विस्फोटक वस्तु को रिसीव करने आया था। डीआईजी सतिंदर सिंह के मुताबिक, आतंकी संगठन इस जगह को एक “पिकअप प्वाइंट” की तरह इस्तेमाल करते थे—यहां बम या ग्रेनेड रखे जाते थे और खंभों को निशानी बना कर लोकेशन भेजी जाती थी। अब बड़ा सवाल ये उठ रहा है—क्या अमृतसर के इस इलाके में खालिस्तानी आतंकियों का बम रखने का अड्डा सक्रिय है?
मौत से पहले कौन था ये शख्स?
Amritsar धमाके में घायल हुए शख्स की मौत हो चुकी है और पुलिस का दावा है कि वह आतंकी संगठन बब्बर खालसा से जुड़ा था। उसका हाथ ब्लास्ट में बुरी तरह से क्षत-विक्षत हो गया था। वह व्यक्ति किस उद्देश्य से वहां पहुंचा था और किसके निर्देश पर विस्फोटक लेने आया था—इन सवालों ने जांच एजेंसियों की नींद उड़ा दी है। एफएसएल की टीम मौके पर मौजूद है और पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह विस्फोटक आईईडी था या ग्रेनेड।
‘खंभा’ बनी था संकेत?
Amritsar डीआईजी सतिंदर सिंह ने बताया कि आतंकी इस जगह पर विस्फोटक रखकर खंभे को निशानी बनाते थे और फोटो भेजकर अगले सदस्य को लेने का निर्देश देते थे। इसी प्रक्रिया के तहत यह व्यक्ति वहां विस्फोटक लेने आया था, लेकिन तभी उसके हाथ में धमाका हो गया। क्या यह सिर्फ एक हादसा था या एक बड़ी साजिश का हिस्सा? पुलिस को इस इलाके में ऐसे और भी संदिग्ध गतिविधियों के सबूत मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
सवालों के घेरे में नौशेरा गांव
Amritsar घटना के बाद से नौशेरा गांव और आसपास का इलाका छावनी में तब्दील हो गया है। पुलिस ने पूरे इलाके को घेर कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। इस धमाके के वीडियो में देखा गया कि मौके से घना धुआं उठ रहा था। क्या यह गांव खालिस्तानी नेटवर्क की गतिविधियों का केंद्र बन चुका है? या फिर यह किसी नए मॉड्यूल की शुरुआत थी? इन सभी सवालों का जवाब आने वाले दिनों में जांच से ही मिल पाएगा।