New Delhi : दिल्ली के उत्तर-पश्चिमी जिले के भारत नगर इलाके में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 30 बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध रूप से भारत में रहने के आरोप में हिरासत में लिया है। यह कार्रवाई एक गुप्त सूचना के आधार पर की गई, जिसमें बताया गया था कि कुछ विदेशी नागरिक लंबे समय से राजधानी में गैरकानूनी रूप से रह रहे हैं और ट्रैफिक सिग्नलों पर भीख मांगने जैसे कार्यों में लगे हुए हैं।
उत्तर-पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त (DCP) भीष्म सिंह के अनुसार, मई महीने के दौरान एक विशेष निगरानी अभियान चलाया गया था, जिसके तहत इन संदिग्ध प्रवासियों की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही थी। पर्याप्त साक्ष्य जुटाने के बाद एक सुनियोजित छापेमारी कर 12 महिलाएं, 15 पुरुष और 3 बच्चों समेत कुल 30 लोगों को हिरासत में लिया गया।
बांग्लादेश से चोरी-छिपे भारत में प्रवेश
पुलिस की पूछताछ में सभी आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे बांग्लादेश से अवैध तरीके से भारत आए थे और वर्षों से दिल्ली में रह रहे थे। वे भारत-बांग्लादेश सीमा से एजेंटों की मदद से चुपचाप दाखिल हुए थे। राजधानी पहुंचने के बाद उन्होंने घरेलू कामकाज, भीख मांगने जैसे छोटे-मोटे कामों के जरिए जीवनयापन करना शुरू किया और आम जनता के बीच खुद को घुलाने-मिलाने की कोशिश करते रहे।
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गिरफ्तारी के समय पुलिस ने उनके पास से पांच स्मार्टफोन बरामद किए, जिनमें प्रतिबंधित IMO ऐप इंस्टॉल पाया गया। यह ऐप सीमापार संचार के लिए इस्तेमाल किया जाता है और भारत में बैन है, जिससे इनके संभावित गुप्त संपर्कों की आशंका जताई जा रही है। इसके अलावा, पुलिस को उनके पास से दस बांग्लादेशी राष्ट्रीय पहचान पत्र भी मिले हैं।
कानूनी कार्रवाई शुरू
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इनमें से कई लोग पारिवारिक समूह में रह रहे थे और उनके साथ नाबालिग बच्चे भी थे। सभी को दिल्ली के विभिन्न डिटेंशन और रेस्ट्रिक्शन सेंटरों में भेज दिया गया है। इनके खिलाफ विदेशी नागरिक अधिनियम (Foreigners Act) के तहत कानूनी कार्रवाई की जा रही है। साथ ही, पुलिस उन एजेंटों और नेटवर्क की तलाश में जुटी है, जिन्होंने इन लोगों की घुसपैठ में सहायता की थी। यह मामला राजधानी में विदेशी नागरिकों की अवैध घुसपैठ और उनके पीछे सक्रिय एजेंटों के नेटवर्क को उजागर करता है, जिससे सुरक्षा एजेंसियां अब और अधिक सतर्क हो गई हैं।