Bihar News: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) दफ्तर में पेशी के लिए पहुंचे। उनके साथ उनकी बेटी और पाटलिपुत्र सांसद मीसा भारती भी मौजूद रहीं। ‘लैंड फॉर जॉब’ केस में पूछताछ के लिए बुलाए गए लालू यादव के समर्थन में बड़ी संख्या में RJD कार्यकर्ता ED दफ्तर के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। यह मामला लालू यादव के रेल मंत्री (2004-2009) रहने के दौरान का है। आरोप है कि इस दौरान रेलवे में नौकरी देने के बदले कई लोगों से जमीन ली गई। मामले की जांच पहले CBI ने शुरू की थी बाद में इसमें ED की एंट्री हुई।
20 जनवरी 2024 को भी दर्ज हुआ था बयान
ED के सामने लालू यादव (Bihar News) की यह पेशी करीब 14 महीने बाद हो रही है। इससे पहले 20 जनवरी 2024 को ED ने उनका बयान दर्ज किया था। उनके बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से भी 30 जनवरी 2024 को पूछताछ हुई थी। तब भी RJD कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया था, और अब भी सियासी माहौल गरम है।
राबड़ी देवी और तेज प्रताप से भी हो चुकी है पूछताछ
इस मामले में मंगलवार को लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी और बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को भी ED ने समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया था। मीसा भारती ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनका परिवार जांच एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग कर रहा है।
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ED और CBI दोनों कर रही हैं जांच
इस घोटाले की जांच केवल ED ही नहीं बल्कि CBI भी कर रही है। CBI ने 18 मई 2022 को इस मामले में FIR दर्ज की थी। इसके बाद ED ने भी जांच शुरू की और पिछले साल चार्जशीट दाखिल कर दी। ED की चार्जशीट में लालू यादव, राबड़ी देवी, उनकी दो बेटियों समेत कुल 11 लोग आरोपी बनाए गए हैं। CBI ने इस केस में 78 लोगों को आरोपी बनाया है। दोनों ही मामलों में लालू परिवार को कोर्ट से जमानत मिल चुकी है।
BJP और RJD आमने-सामने
इस मामले को लेकर बिहार में राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कहा, “जो जैसा करेगा, उसे उसी का परिणाम भुगतना होगा।” दूसरी ओर RJD नेता इसे बदले की कार्रवाई बता रहे हैं और कह रहे हैं कि भाजपा सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। अब देखना होगा कि ED की इस पूछताछ के बाद मामले में क्या नया मोड़ आता है और लालू यादव पर क्या कानूनी शिकंजा कसता है।