Chhattisgarh News : नक्सलवाद के खिलाफ केंद्र सरकार पूरी तरह से एक्शन मोड में है। इसी बीच बीजापुर से बड़ी खबर सामने आई है, जहां रविवार को 50 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर हिंसा का रास्ता छोड़ दिया। इस महत्वपूर्ण घटना की जानकारी केंद्रीय गृह मंत्री ने साझा की और नक्सलियों के इस फैसले का स्वागत किया।
उन्होंने भरोसा दिलाया कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों का पुनर्वास किया जाएगा और उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा। गृह मंत्री ने इस दौरान दोहराया कि 31 मार्च 2026 के बाद नक्सलवाद भारत में इतिहास बनकर रह जाएगा।
गृह मंत्री ने आत्मसमर्पण को बताया सकारात्मक कदम
गृह मंत्री ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “बीजापुर, छत्तीसगढ़ में 50 नक्सलियों ने हिंसा का मार्ग त्यागकर आत्मसमर्पण किया है। मैं उनका स्वागत करता हूं। जो भी नक्सली हथियार छोड़कर विकास की राह अपनाएंगे, उन्हें पुनर्वास कर मुख्यधारा में शामिल किया जाएगा।” उन्होंने अन्य नक्सलियों से भी अपील की कि वे हथियार डालकर समाज में लौटें, क्योंकि सरकार का संकल्प है कि 31 मार्च 2026 के बाद देश में नक्सलवाद का पूरी तरह से खात्मा हो जाएगा।
CRPF के सामने आत्मसमर्पण, 14 पर था इनाम
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में आत्मसमर्पण करने वाले 50 नक्सलियों में से 14 नक्सलियों पर कुल 68 लाख रुपये का इनाम घोषित था। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, इन सभी ने राज्य पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के वरिष्ठ अधिकारियों के सामने हथियार डाल दिए।
बीजापुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार यादव ने बताया कि नक्सलियों ने आत्मसमर्पण का फैसला इसलिए किया क्योंकि वे माओवादी विचारधारा की खोखली और अमानवीय सोच, प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के वरिष्ठ नेताओं द्वारा आदिवासियों के शोषण और संगठन में बढ़ते आंतरिक मतभेदों से परेशान थे। इसके अलावा, सुरक्षा बलों द्वारा शिविर स्थापित करने और ‘निया नेल्लनार’ (आपका अच्छा गांव) योजना के तहत दूरदराज के इलाकों में बुनियादी सुविधाएं पहुंचाने की पहल ने भी इन्हें प्रभावित किया।
इनामी नक्सलियों की लिस्ट
बीजापुर एसपी ने जानकारी दी कि सरेंडर करने वाले 50 नक्सलियों में से:
- 6 नक्सलियों पर 8-8 लाख रुपये का इनाम था।
- 3 नक्सलियों पर 5-5 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
- 5 अन्य नक्सलियों पर 1-1 लाख रुपये का इनाम था।
इस आत्मसमर्पण को अंजाम तक पहुंचाने में जिला रिजर्व गार्ड (DRG), बस्तर फाइटर्स, स्पेशल टास्क फोर्स (STF), CRPF और उसकी विशिष्ट इकाई कोबरा (Commando Battalion for Resolute Action – CoBRA) की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
यह भी पढ़ें : उज्जैन में मकान मालिक की बेटी से हुआ प्यार, समलैंगिक जोड़े ने रचाई…
पुनर्वास नीति के तहत मिलेगा नया जीवन
बीजापुर एसपी ने बताया कि सरकार की पुनर्वास नीति के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को मुख्यधारा में शामिल करने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे। यह आत्मसमर्पण नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में एक बड़ा संकेत है, जिससे सरकार के मिशन को और मजबूती मिलेगी।