मिलिए डीएम रुचिका चौहान से, जो लग्जरी के कार के बजाए ई-रिक्शा पर करती हैं सफर

विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर गुरुवार को पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिये कलेक्टर रुचिका चौहान अपने निवास से कलेक्ट्रेट कार्यालय तक ई.रिक्शा में बैठकर पहुंचीं।

नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जनपद की डीएम रुचिका चौहान के वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। वायरल वीडियो में डीएम लग्जरी कार के बजाए ई रिक्शा पर सवार हैं। उनका एक सुरक्षाकर्मी भी रिक्शे पर आगे बैठा हुआ है। बताया जा रहा है कि गुरुवार को डीएम रुचिका चौहान अपने आवास से कलेक्ट्रेट ऑफिस ई-रिक्शा से पहुंचीं। उन्होंने इसके जरिए विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।

आईएएस अफसर व ग्वालियर की डीएम रुचिका चौहान अपने कड़े फैसलों और प्रभावी प्रशासन के लिए जानी जाती हैं। 2025 में उनके ऑफिस में एक युवक ‘पीला बोरा’ लेकर पहुंच गया था। युवक बोरों के अंदर शिकायतें लेकर डीएम के पास पहुंचा था। डीएम ने उसे ऑफिस से भगाने के बजाए कुर्सी पर बैठाया। युवक की परेशानी सुनी और तुरंत उसका निवारण किया। डीएम ने जिस तरह से समस्या का निराकरण किया, उसकी प्रशंसा मध्य प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में हुई थी।

कलेक्टर रुचिका चौहान मूलतः इंदौर की रहने वाली हैं। 20 दिसंबर 1984 को जन्मी रुचिका की शुरुआती पढ़ाई इंदौर में ही हुई। इसके बाद उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में बीई की डिग्री हासिल की। फिर उन्होंने आईएएस बनने के लिए सिविल सेवा की तैयारी शुरू की। उन्होंने साल 2010 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास किया था। वह उस साल मध्य प्रदेश से यूपीएससी पास कर आईएएस बनने वाली एकमात्र कैंडिडेट थीं। यूपीएससी में में उनकी 50वीं रैंक थी। उनकी पहली पोस्टिंग सिहोर जिले में बतौर असिस्टेंट कलेक्टर हुई थी।

डीएम ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए वह ई-रिक्शा में बैठकर ऑफिस गई थी। कलेक्ट्रेट कार्यालय परिसर में अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ पर्यावरण संरक्षण के लिये पौधरोपण का कार्य किया। डीएम रुचिका चौहान ने जिले के नागरिकों से अपील की है कि वे पर्यावरण संरक्षण के लिये अधिक से अधिक पौधा रोपण करें। अपने घर के आस-पास या अन्य उपयुक्त स्थान पर जिले का हर नागरिक कम से कम एक पेड़ मां के नाम अवश्य लगाए। डीएम ने कहा कि पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए समाज के सभी वर्ग बढ़चढ़कर भागीदारी निभाएं।

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