भारत ने फरवरी 2022 में पेश किए गए नए नियमों में प्लास्टिक प्रदूषण को काम करने के लिए बहुत कम किया है। एक जुलाई 2022 से भारत में सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लग गया था। नेशनल सर्विस स्कीम ने सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया था।
सिंगल यूज प्लास्टिक की वस्तुओं पर प्रतिबंध
प्लास्टिक कचरा प्रबंधन नियम के अनुसार सिंगल यूज प्लास्टिक की कुल वस्तुओं पर यह प्रतिबंध लगाया गया था। इनमें प्लास्टिक और थर्माकोल से बनी प्लेट, कप, ग्लास,चम्मच, चाकू,100 माइक्रोन से कम के बैनर और अन्य वस्तु भी शामिल हैं। प्लास्टिक कचरे के रूप में पर्वतों और पहाड़ों से लेकर महासागरों की गहराइयों तक अपनी गहरी पैठ बना चुका है. ये तो हम सबने देख रखा है कि हर शहर में कचरे का पहाड़ दिखना आम बात हो गई है और प्लास्टिक कभी नष्ट नहीं होता, इसलिए वह धरती पर किसी न किसी रूप में मौजूद ही रहता है.
केंद्रीकृत पोर्टल पर पंजीकरण
उत्पादकों, आयातकों और ब्रांड मालिकों के अनुपात ने एक केंद्रीकृत पोर्टल पर पंजीकरण कराया है जो उनके प्लास्टिक संग्रह और रीसाइक्लिंग टार्गेट को ट्रैक करेगा। जबकि ये टार्गेट सरकार द्वारा तय किए जाते हैं, वे उन ब्रांडों द्वारा निर्मित या आयात किए गए प्लास्टिक की स्व-घोषित मात्रा पर आधारित होते हैं।