नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। बिहार के समस्तीपुर जिले स्थित एक सस्पेंड दारोगा के घर को पटना एसटीएफ और पुलिस ने घेर लिया। पुलिस टीम को देखते ही सरोज की ओर से फायरिंग शुरू कर दी गई। फिर एसटीएफ की ओर से भी जवाबी फायरिंग की गई। छापेमारी के दौरान घर से एके-47 राइफल, इंसास राइफल, रेगुलर राइफल और दो नाली बंदूक के साथ-साथ 145 से अधिक जिंदा कारतूस बरामद किया गया।
समस्तीपुर जिला अंतर्गत मोहिउद्दीननगर थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर गंगा दियारा में सस्पेंड दारोगा सरोज सिंह अपने हथियारों से लैस अपराधियों के साथ रहता था। वह क्षेत्र में खुद को जरायम की दुनिया का डॉन कहलाता था। सरोज ने किसी व्यक्ति की सुपारी ली हुई थी। सटीक सूचना पर एसटीएफ और पुलिस ने शुक्रवार को उसके घर पर धावा बोला। पुलिस को देखते ही सरोज और उसके साथियों ने फायरिंग शुरू कर दी। एसटीएफ की तरफ से भी जवाब में फायर किए गए।
अचानक हुए इस फायरिंग से गांव में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। हालांकि एसटीएफ ने सरोज सिंह को गिरफ्तार कर लिया। इस संबंध में एसटीएफ ने बताया कि मोहद्दीनगर थानान्तर्गत सुल्तानपुर के प्रिंस मुखिया और नवीन सिंह को जान से मारने की धमकी मिली थी। जांच में सरोज सिंह का नाम आया। तदोपरांत इस आसूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए एसटीएफ की विशष टीम एवं समस्तीपुर जिला पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में कुख्यात सरोज सिंह एवं उसके अन्य सहयोगी अपराधकर्मी पकड़े गये एवं अवैध आग्नेयास्त्र तथा अन्य सामान बरामद किया गया। सरोज सिंह पर 9 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।
बिहार पुलिस मुख्यालय के मुताबिक, छापेमारी के दौरान सरोज सिंह के पास से एक एके-47 और 18 गोलियां बरामद की गई। निशांत कुमार राय के पास से एक इंसास राइफल, 70 गोलियां और 4 मैगजीन मिली। गिरफ्तार परशुराम सिंह के पास से एक कार्बाइन और 12 गोलियां, मुन्ना यादव के पास से एक रेगुलर राइफल, 2 दो नाली बंदूक, 45 गोलियां और 4 खोखे बरामद किए गए। सरोज सिंह के पास से 1.10 करोड़ रुपए की जमीन से संबंधित दस्तावेज बरामद किए गए हैं। इसके साथ ही एक बुलेट बाइक भी बरामद हुई है। फिलहाल, सरोज के ससुर अरुण कुमार सिंह के घर पर छापेमारी चल रही है।
आरोपी सरोज सिंह समस्तीपुर जिला के मोहद्दीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत सुल्तानपुर पूरब निवासी त्रिपुरारी सिंह का पुत्र है। 1 साल पहले सरोज सिंह सस्पेंड हुआ था। उस पर आर्मी में अवैध तरीके से नौकरी दिलाना, अपराधियों से सांठ-गांठ और अवैध हथियार की तस्करी का आरोप था। सरोज सिंह बिहार पुलिस में एसआई पद पर पदस्थ था, फिलहाल वह सस्पेंड हैं। बताया जाता है कि सरोज सिंह की अपने इलाके में दबंग पुलिस अफसर वाली छवि है। बिहार पुलिस महकमे के सीनियर ऑफिसर्स को सरोज सिंह के गलत कामों की जानकारी मिली थी, जिसके बाद उसे पहले ही निलंबित कर दिया गया था।
सरोज कुमार सिंह पहले पीटीसी जवान था। जहानाबाद के ट्रैफिक थाना में इसकी पोस्टिंग थी। 20 सितंबर 2024 को ये छुट्टी पर गया था। इसके बाद ये 12 अप्रैल 2025 तक ड्यूटी पर वापस नहीं लौटा। तब जहानाबाद एसपी ने इसके खिलाफ जांच शुरू करवाई। सब इंस्पेक्टर उपेंद्र मिश्रा जांच के लिए समस्तीपुर में सरोज के गांव गए, लेकिन घर पर वो नहीं मिला। उपेंद्र मिश्रा घर से मोहिउद्दीन नगर थाने गए, जहां से सरोज की क्रिमिनल हिस्ट्री का पता चला। उसपर 2013 से लेकर 2024 तक में जानलेवा हमले से लेकर आर्म्स एक्ट के कुल 9 मुकदमे दर्ज मिले। इसके बाद जहानाबाद एसपी के आदेश पर सरोज के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए गए थे।