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Home राष्ट्रीय

क्या है ESIC योजना जिससे जुड़े आयुष्मान भारत के अस्पताल, कौन ले सकता है इस योजना का लाभ

अब ESIC के लाभार्थियों को देशभर के 24,000 से ज्यादा आयुष्मान भारत के अस्पतालों में मुफ्त इलाज मिलेगा। इलाज पर कोई खर्च सीमा नहीं होगी, और यूपी के 15 और जिलों को इस योजना में शामिल किया गया है।

by SYED BUSHRA
March 26, 2025
in राष्ट्रीय
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Ayushman Bharat Hospitals Now Under ESIC देशभर के 24,000 से ज्यादा आयुष्मान भारत पैनल में शामिल अस्पतालों में अब कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) के लाभार्थियों को इलाज की सुविधा जल्द मिलने वाली है। श्रम मंत्रालय ने संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों और उनके परिवारों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए इस योजना को मंजूरी दे दी है। इसके तहत ईएसआईसी के लाभार्थियों को अब इन अस्पतालों में कैशलेस इलाज मिलेगा।सरकार का कहना है कि इस कदम से संगठित क्षेत्र के मजदूरों और उनके परिवारों को अच्छी और सुलभ चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी। इससे उन इलाकों के लोगों को भी फायदा होगा जहां ईएसआईसी के अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र नहीं हैं।

संगठित क्षेत्र के कामगारों को मिलेगा फायदा

श्रम मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि इस योजना से छोटे शहरों और दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले मजदूरों को बड़ा फायदा होगा। फिलहाल, ईएसआईसी के तहत करीब 3.72 करोड़ संगठित क्षेत्र के कामगार पंजीकृत हैं और उनके परिवारों को मिलाकर यह संख्या 14.44 करोड़ तक पहुंच जाती है।आयुष्मान भारत के अस्पतालों को ईएसआईसी से जोड़ने से करीब 31,000 सरकारी और निजी अस्पतालों में मजदूरों और उनके परिवारों को मुफ्त इलाज मिलेगा। इसमें 150 से ज्यादा ईएसआईसी अस्पताल और 1,600 डिस्पेंसरी भी शामिल हैं।

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इलाज पर खर्च की कोई सीमा नहीं

सरकार ने साफ किया है कि आयुष्मान भारत के तहत आने वाले अस्पतालों में ईएसआईसी लाभार्थियों के इलाज पर कोई सीमा नहीं होगी। जितना भी खर्च आएगा, वह पूरा ईएसआईसी वहन करेगा। वर्तमान में आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलता है, जिससे 60 करोड़ से ज्यादा लोग लाभान्वित हो रहे हैं।

यूपी के 15 जिलों को मिला फायदा

उत्तर प्रदेश के उन 15 जिलों में रहने वाले मजदूर, जहां अभी तक ईएसआईसी सुविधा नहीं थी, अब इस योजना के तहत आएंगे। सरकार की इस घोषणा के बाद यूपी के 75 में से 74 जिलों में ईएसआईसी की स्वास्थ्य सेवाएं पहुंच चुकी हैं। सिर्फ बांदा जिला ही अब तक इस दायरे से बाहर है।

ईएसआईसी कवरेज में जोड़े गए जिलों में अंबेडकर नगर, औरैया, बहराइच, गोंडा, हमीरपुर, जालौन, कन्नौज, महाराजगंज, महोबा, पीलीभीत, सिद्धार्थनगर, शामली, प्रतापगढ़, कासगंज और श्रावस्ती शामिल हैं।

क्या है ईएसआईसी योजना

ईएसआईसी एक सामाजिक सुरक्षा योजना है, जो संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों और उनके परिवारों को स्वास्थ्य सुविधाएं देती है। इसमें बीमारियों, गर्भावस्था, विकलांगता और काम के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं में आर्थिक मदद दी जाती है। देशभर में 150 से ज्यादा ईएसआईसी अस्पताल हैं, जहां गंभीर बीमारियों का भी इलाज किया जाता है।

कौन ले सकता है योजना का लाभ

ईएसआईसी योजना उन कर्मचारियों के लिए है, जिनका मासिक वेतन 21,000 रुपये या उससे कम है। दिव्यांग कर्मचारियों के लिए यह सीमा 25,000 रुपये है। इस योजना में नामांकन करवाना नियोक्ता की जिम्मेदारी होती है।

ईएसआईसी के फायदे

बीमित कर्मचारी और उनके परिवार को मुफ्त इलाज मिलता है।

इलाज पर खर्च की कोई सीमा नहीं है।

रिटायर कर्मचारी और उनके जीवनसाथी को 120 रुपये मासिक प्रीमियम पर इलाज की सुविधा मिलती है।

बीमारी की स्थिति में 90 दिनों तक वेतन का 70% नकद मुआवजा दिया जाता है।

गर्भवती महिलाओं को 26 हफ्तों का मातृत्व अवकाश और आर्थिक सहायता मिलती है।

काम के दौरान मौत होने पर आश्रितों को वेतन के 90% की दर से मासिक भुगतान मिलता है।

Tags: Ayushman BharatESIC benefits
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