How to stay safe during a stampede:भीड़भाड़ वाली जगहों में अक्सर हालात बिगड़ जाते हैं। ऐसी किसी भी भगदड़ वाली स्थिति में खुद को और अपनों को सुरक्षित रखने के लिए कुछ ज़रूरी बातों का ध्यान रखें।
कई बार हमें भीड़भाड़ वाली जगहों में जाना पड़ता है।चाहे वो मंदिर हो, मेला हो, रेलवे स्टेशन हो या कोई बड़ा कार्यक्रम। बाहर से शांत दिखने वाली भीड़ कब अचानक भगदड़ का रूप ले ले, यह कोई नहीं जानता।
हाल ही में हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में कुछ ऐसा ही हुआ। करंट लगने की अफवाह के चलते भगदड़ मच गई, जिसमें कई लोगों की जान चली गई और दर्जनों घायल हो गए। इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं, फिर भी सुरक्षा को लेकर लापरवाही अक्सर देखने को मिलती है। ऐसे में ज़रूरी है कि हम खुद सतर्क रहें और यह जानें कि भगदड़ के समय क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
भगदड़ के वक्त कैसे रखें खुद को सुरक्षित?
सांस पर कंट्रोल रखें: ज्यादा चिल्लाने या घबराने से बचें। कोशिश करें कि आप धीरे-धीरे और गहरी सांस लें, ताकि शरीर को पूरी ऑक्सीजन मिलती रहे।
बॉक्सिंग स्टाइल में खड़े हों: अपने दोनों हाथों को मुट्ठी बनाकर छाती के सामने रखें जैसे बॉक्सर खड़ा होता है। इससे आपके फेफड़े और पसलियां सुरक्षित रहेंगी और सांस लेने में दिक्कत नहीं होगी।
किनारे की तरफ बढ़ें: अगर भीड़ बहुत ज्यादा हो गई है, तो कोशिश करें कि धीरे-धीरे तिरछे होकर किनारे की तरफ जाएं। बीच में फंसने से ज्यादा खतरा होता है।
अगर गिर जाएं तो खुद को ढक लें: अगर आप गिर जाएं तो सीधा लेटने की बजाय अपनी छाती और सिर को दोनों हाथों से ढककर घुटनों को मोड़ लें। इससे आपकी सांस नली और फेफड़े सुरक्षित रहेंगे।
भीड़भाड़ से बचें: जहां तक संभव हो, बहुत ज्यादा भीड़ वाले इलाकों से दूरी बनाए रखें, खासकर त्योहारों, मेलों या धार्मिक आयोजनों के समय।
एग्जिट रास्ते पहचानें: किसी भी पब्लिक जगह पर पहुंचते ही वहां के बाहर निकलने के रास्ते (एग्जिट) और आपातकालीन दरवाजों को पहले से देख लें।
घबराएं नहीं, शांत रहें: भगदड़ के वक्त घबराहट हालात को और खराब कर सकती है। इसलिए खुद को शांत रखें और सूझबूझ से काम लें।
भगदड़ के बाद क्या करें?
एक सुरक्षित और खुली जगह की तलाश करें और वहां जाकर कुछ देर ठहरें।
अगर किसी को घायल देखें तो प्रशासन या एंबुलेंस को तुरंत सूचना दें।
खुद को चोट लगी हो या सांस लेने में दिक्कत हो तो फौरन मेडिकल मदद लें।