नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का चौथा मुकाबला मैनचेस्टर में खेला गया। टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 358 रन बनाए। जवाब में ब्रेन स्टोक्स एंड कंपनी ने रनों का पहाड़ खड़ा कर दिया। भारतीय गेंदबाज बेअसर साबित हुए और इंग्लैंड ने 669 रन बनाने के साथ ही गिल की युवा बिग्रेड के सामने 311 रनों की लीड ले ली। जिसके जवाब में उतरी भारतीय टीम को पहले ही ओवर में दो झटके लगे थे। ऐसे में भारत के सामने पारी से हार का खतरा मंडरा रहा था। लेकिन केएल राहुल और शुभमन गिल के बीच 188 रनों की साझेदारी और उसके बाद जडेजा और सुंदर की बेबाक और जुझारू पारी ने इंग्लैंड को बेदम कर दिया। जडेजा और सुंदर दोनों ने ही नाबाद शतक जड़ते हुए मैच को ड्रा करवा लिया।
भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही टेस्ट सीरीज अब अलग रंग में दिखने लगी है। विराट कोहली, रोहित शर्मा और आर अश्विन के सन्यास लेने के बाद भारत का ये पहला विदेशी दौरा था। टीम इंडिया का कप्तान भी नया और टीम के खिलाड़ी भी कम अनुभवी। जब भारतीय टीम इंग्लैंड पहुंची तो क्रिकेट पंडित यही भविष्यवाणी कर रहे थे कि अंग्रेज शुभमन गिल एंड कंपनी को आसानी से हरा देंगे। इंग्लैंड इकतरफा सीरीज अपने नाम कर लेगी। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। शुभमन गिल ने कुछ अलग करने का बीणा उठाया हुआ था। अंडर 19 में बतौर खिलाड़ी उन्हें दी गई लाल रूमाल द प्रिंस के पास थी। उन्हें खुद पर यकीन था और अपने खिलाड़ियों पर भरोसा। यही वजह रही कि टीम इंडिया ने अंग्रेजों को कड़ी टक्कर दी। पहले मैच हारने के बाद टीम इंडिया ने पलटवार किया। सीरीज में एक-एक की बराबरी की। तीसरा मैच एक वक्त भारत जीत रहा था, लेकिन सिराज के सरेंडर करने के चलते गिल की युवा बिग्रेड को हार उठानी पड़ी।
चौथा टेस्ट मैच मैनचेस्टर में खेला गया। इंग्लैंड की पहली पारी 669 रन पर सिमटी। यानी मेजबान इंग्लैंड ने भारत पर 311 रनों की बड़ी लीड बनाई थी। इससे पहले भारतीय टीम अपनी पहली पारी में 358 रन ही बना पाई थी। भारतीय टीम की दूसरी पारी की शुरुआत बेहद खराब रही, सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल और साई सुदर्शन बिना खाता खोले आउट हो गए। दोनों ही बल्लेबाजों को पहले ही ओवर क्रिस वोक्स ने चलता किया। दो विकेट गिरने के बाद केएल राहुल और कप्तान शुभमन गिल ने भारतीय टीम को संभाला। शुभमन गिल ने शतक जड़ा, जबकि केएल राहुल शतक से चूक गए थे। लेकिन गिल-राहुल के आउट होने के बाद रवींद्र जडेजा और सुंदर के बीच कमाल की साझेदारी हुई है। दोनों नाबाद शतक जड़े और मैच को ड्रा में खत्म करवाया। एक वक्त मैच इंग्लैंड की पकड़ में था। फैंस भी यही कह रहे थे कि भोजन के बाद टीम इंडिया सरेंडर कर देगी। इंग्लैंड से मुकाबला आसानी से अपने नाम कर लेगी। लेकिन जडेजा और सुंदर ने कुछ अगल करने का मन बनाया हुआ था। दोनों ने अंग्रेजों के हर वार का जवाब बल्ले से दिया।
इंग्लैंड की ओर से पहली पारी में जो रूट ने शानदार 150 रन बनाए। इंग्लिश कप्तान बेन स्टोक्स ने 141 रनों की पारी खेली। जैक क्राउली (84 रन), बेन डकेट (94 रन) और ओली पोप भी इंग्लैंड की ओर से अर्धशतकीय पारियां खेलने में सफल रहे। भारत की तरफ से स्पिनर रवींद्र जडेजा ने सबसे ज्यादा चार विकेट झटके। वहीं वॉशिंगटन सुंदर और जसप्रीत बुमराह को दो-दो सफलाताएं हासिल हुईं। अंशुल कम्बोज और मोहम्मद सिराज ने भी एक-एक विकेट झटका। भारतीय टीम की पहली पारी में सबसे ज्यादा 61 रन साई सुदर्शन ने बनाए थे। जबकि सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (58 रन) और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (54 रन) भी अर्धशतकीय पारियां खेलने में कामयाब रहे। ओपनर केएल राहुल (46 रन) और शार्दुल ठाकुर (41 रन) ने भी अपनी टीम के लिए उपयोगी योगदान दिया। इंग्लैंड की तरफ से बेन स्टोक्स ने शानदार गेंदबाजी करते हुए सबसे ज्यादा पांच विकेट झटके। वहीं तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर ने तीन विकेट चटकाए। इस मुकाबले में टीम इंडिया के बॉलर्स कुछ खास नहीं कर पाए। जसप्रीत बुमराह बेअसर साबित हुए। मिया मैजिक का भी जादू नहीं चला। हालांकि दोनों स्पिनरों ने शानदार गेंदबाजी की।
मैनचेस्टर टेस्ट ड्रा के वैसे कई किरदार हैं, लेकिन सबसे अहम रोल भारत के कप्तान शुभमन गिल ने निभाया। उन्होंने रविवार को एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। वह विदेशी टेस्ट सीरीज़ में 700 से अधिक रन बनाने वाले पहले भारतीय कप्तान बन गए। 25 वर्षीय गिल अब उन दिग्गज कप्तानों की सूची में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने एक टेस्ट सीरीज़ में 700 से ज़्यादा रन बनाए हैं। इस सूची में सर डॉन ब्रैडमैन (दो बार), सर गैरी सोबर्स, ग्रेग चैपल, सुनील गावस्कर, डेविड गॉवर, ग्रहैम गूच और ग्रेम स्मिथ जैसे नाम शामिल हैं। इस सीरीज़ में गिल की यह चौथी शतक पार पारी थी। इससे पहले उन्होंने 147, 161 और 269 रन बनाए थे। हालांकि वे पारी आसान परिस्थितियों में आई थीं, लेकिन यह पारी सबसे कठिन और अहम मानी जा रही है। इस उपलब्धि के साथ, गिल अब भारतीय बल्लेबाज़ों द्वारा किसी एक टेस्ट सीरीज़ में सबसे ज़्यादा रन बनाने की सूची में चौथे स्थान पर हैं। गावस्कर (774, 732), जयसवाल (712) और कोहली (692) के बाद. कप्तान के रूप में, गिल पहले भारतीय हैं जिन्होंने विदेश में किसी टेस्ट सीरीज़ में 700 प्लस रन बनाए हैं।