IND vs SA Test: कौन हैं मुथुसामी, जिनके ‘खेला’ से संकट में फंसी टीम इंडिया, गुवाहाटी में जीत की आहट से ‘मुस्कराया’ दक्षिण अफ्रीका

भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट में अपने करियर की पहली सेंचुरी लगाने वाले सेनुरन मुथुसामी सुर्खियों में हैं, अफ्रीका के बल्लेबाज की धमाकेदार पारी के चलते साउथ अफ्रीका मजबूत स्थिति में।

नई दिल्ली ऑनलाइन खेल डेस्क। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा मुकाबला गुवाहाटी के इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला जा रहा है। दक्षिण अफ्रीका के कप्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। अफ्रीकी बल्लेबाजों ने पहले दिन 6 विकेट के नुकसान पर 247 रन बनाए थे। ऐसे में लग रहा था कि टीम इंडिया ने कुछ हद तक मैच में वापसी कर ली है, लेकिन दूसरा दिन भी पूरी तरह दक्षिण अफ्रीका के नाम रहा। दूसरे दिन आलराउंटर मुथुसामी ने भारतीय गेंदबाजों को परेशान किया। उन्होंने शानदार शतक जड़ा और अपनी टीम का स्कोर 489 रनों तक पहुंचा दिया। दिन के खेल की समाप्ति तक भारत ने पहली पारी में बिना किसी नुकसान ने नौ रन बनाए हैं और वह फिलहाल दक्षिण अफ्रीका से 480 रन पीछे चल रहा है। स्टंप्स के समय यशस्वी जायसवाल सात और केएल राहुल दो रन बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं।

दक्षिण अफ्रीका ने भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में 489 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका ने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया और भारतीय गेंदबाजों को जमकर परेशान किया। दक्षिण अफ्रीका के लिए मुथुसामी ने शतक लगाया, जबकि मार्को यानसेन 93 रन बनाकर आउट हुए। दक्षिण अफ्रीका ने दूसरे दिन छह विकेट पर 247 रन से आगे पारी बढ़ाई। मुथुसामी ने पहले वेरेने के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 88 रनों की साझेदारी की और फिर यानसेन के साथ आठवें विकेट के लिए 97 रन जोड़े। मुथुसामी ने करियर का पहला टेस्ट शतक लगाया जिससे दक्षिण अफ्रीका बड़ा स्कोर बनाने में सफल रहा। भारत की गेंदबाजी इतनी खराब रही कि टीम को चार विकेट लेने में तीन सत्र लग गए। दक्षिण अफ्रीका की ओर से मुथुसामी ने सबसे ज्यादा 109 रन बनाए, जबकि काइल वेरेने 45 रन बनाकर आउट हुए। भारत के लिए कुलदीप यादव को चार विकेट मिले, जबकि बुमराह, सिराज और जडेजा को दो-दो सफलता मिली।

मुथुसामी का जन्म 22 फरवरी 1994 को साउथ अफ्रीका के डरबन में हुआ था। मुधुसामी के पूर्वज भारत के तमिलनाडु के नागपट्टिनम रहने वाले थे। परिवार और शुरुआती जीवन सेनुरन एक तमिल हिंदू परिवार से आते हैं। साउथ अफ्रीका में रहते हुए भी वे भारतीय परंपराओं, मंदिर दर्शन और योग से जुड़े रहते हैं। 6 फीट 3 इंच लंबे इस खिलाड़ी ने बचपन से ही क्रिकेट में रुचि दिखाई। उन्होंने शुरूआती पढ़ाई डरबन के क्लिफ्टन स्कूल में की और यहीं से उनकी क्रिकेट ट्रेनिंग शुरू हुई। उनके पिता ने ही उन्हें क्रिकेट से परिचित कराया था, लेकिन जब वे 11 साल के थे तभी पिता का निधन हो गया। यह उनके जीवन का सबसे कठिन दौर था। इसके बाद उनकी मां ने ही उन्हें संभाला, कोचिंग दिलवाई और क्रिकेट करियर आगे बढ़ाने में हर कदम पर साथ दिया। वह अपनी दादी के भी बेहद करीब थे, जो बचपन में उनकी प्रैक्टिस में मदद करती थीं। वह अपनी दादी के साथ क्रिकेट की एबीसीडी सीखने मैदान जाया करते थे। मुधुसामी स्पिन गेंदबाजी करते हैं और प्रथम श्र्रेणी में उनके नाम 277 से अधिक विकेट हैं।

31 साल के मुथुसामी ने 2019 में विशाखापट्टनम में भारत के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया। इस मैच में विराट कोहली का विकेट झटकर वे अचानक सुर्खियों में आ गए। यह विकेट उनके करियर का पहला अंतरराष्ट्रीय विकेट था। डोमेस्टिक क्रिकेट और टी-20 लीग मुथुसामी ने 2013 में क्वाजुलु-नताल से फर्स्ट-क्लास क्रिकेट की शुरुआत की। धीरे-धीरे प्रदर्शन बेहतर होता गया और वे डॉल्फिंस टीम के अहम खिलाड़ी बने। उनके शानदार खेल के कारण डॉल्फिंस प्लेयर ऑफ द ईयर उन्हें भी चुना गया। वे डोमेस्टिक टी-20 लीग में प्रिटोरिया कैपिटल्स के लिए खेलते हैं, जहां उन्होंने 14 पारियों में 141 रन और 15 विकेट लेकर एक भरोसेमंद ऑल-राउंडर की भूमिका निभाई है। रावलपिंडी टेस्ट में पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने अपने करियर की सबसे अहम पारियों में से एक खेली। जब दक्षिण अफ्रीका 185/5 पर संघर्ष कर रहा था, तब मुथुसामी ने नाबाद 89 रन बनाए और टीम को बढ़त दिलाई। इस प्रदर्शन के कारण वे दो मैचों की सीरीज के टॉप परफॉर्मर्स में शामिल रहे।

भारत में खेले जा रहे मौजूदा टेस्ट में शतक लगाकर मुथुसामी खास रिकॉर्ड बना गए। वे भारतीय सरजमीं पर 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए शतक लगाने वाले सिर्फ दूसरे साउथ अफ्रीकी खिलाड़ी बन गए। इससे पहले यह उपलब्धि 2019 में क्विंटन डिकॉक ने हासिल की थी। मुथुसामी की इस पारी ने साउथ अफ्रीका को मैच में मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया है। सेनुरन मुथुसामी साउथ अफ्रीका के चौथे ऐसे खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश तीनों के खिलाफ टेस्ट में 50$ रन की पारी खेली है। उनसे पहले यह उपलब्धि ग्रीम स्मिथ, मार्क बाउचर और टेम्बा बावुमा ने हासिल की थी। वहीं जांबाज बल्लेबाज के शतक से टीम इंडिया संकट में फंस गई है। भारत के हाथों से सीरीज जानें का खतरा मंडरा रहा है। साउथ अफ्रीका ने भारत के समक्ष रनों का पहाड़ खड़ा कर दिया है। फिलहाल अभी भी तीन दिन का खेल बांकि है। जैसे कहा जाता है कि क्रिकेट में कुछ भी हो सकता है। ऐसे में अब भी भारतीय फैंस की नजर भारत के बल्लेबाजों पर टिकी है।

बता दें, अक्टूबर-नवंबर 2024 में न्यूजीलैंड ने भारत आकर टीम इंडिया को 3-0 से क्लीन स्वीप कर दिया था। ये भारतीय क्रिकेट के इतिहास की सबसे करारी और शर्मनाक हार थी। भारतीय टीम अपने घर में न्यूजीलैंड से पहली बार टेस्ट सीरीज हारी। टीम इंडिया को 2012 के बाद पहली बार घर में टेस्ट सीरीज में शिकस्त मिली थी। इन सबसे बढ़कर अपने टेस्ट इतिहास में भारतीय टीम को पहली बार घर में किसी टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा था। अब 13 महीने बाद साउथ अफ्रीका भी उसी घटना को दोहराने के करीब है। कोलकाता में खेले गए पहले टेस्ट मैच में सनसनीखेज जीत दर्ज करते हुए साउथ अफ्रीका ने सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली थी। अब गुवाहाटी में भारतीय टीम को हर हाल में साउथ अफ्रीका को हराना होगा। मगर ये इतना आसान नहीं होने वाला। क्योंकि गुवाहाटी में साउथ अफ्रीका मजबूत स्थिति में है। ऐसे ऋषभ पंत पर ही सबकी नजर टिकी हैं। उनके बल्लेबाज से अगर विस्फोटक पारी निकलती है तो भारतीय टीम के जीतने के आसार बन जाएंगे।

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