चीन के व्हाइट इंपरर को चुनौती देगा भारतीय तेजस मार्क 1A, जानें क्या है इसकी खासियत?

मार्च 2024 में, तेजस मार्क 1A ने बेंगलुरु स्थित एचएएल फैसिलिटी से अपनी पहली सफल उड़ान भरी। इस उड़ान के दौरान यह फाइटर एयरक्राफ्ट 18 मिनट तक आसमान में रहा। इस विमान की विशेषता यह है कि यह हवा में रहते हुए ईंधन भरने की क्षमता रखता है।

Indian Air Force : चीन ने अपनी छठी पीढ़ी के लड़ाकू विमान की पहली उड़ान सफलतापूर्वक पूरी की, जिसे पूरी दुनिया ने देखा। यह चीन की एयरोस्पेस क्षमता में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा है, क्योंकि इसने अमेरिका को पीछे छोड़ते हुए अपना अगली पीढ़ी का फाइटर जेट आसमान में उड़ाया।

इस लड़ाकू विमान को “व्हाइट इंपरर” (बैदी) नाम दिया गया है, हालांकि चीन ने अभी तक इसके बारे में पूरी जानकारी सार्वजनिक नहीं की है। यह विमान कई अत्याधुनिक तकनीकों से लैस है, जिनमें स्टील्थ तकनीक शामिल है, जो इसे रडार से बचने में मदद करती है। इसके अलावा, इसमें उन्नत एवियोनिक्स सिस्टम और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग किया गया है। यह लड़ाकू विमान बिना पायलट वाले विमानों (यूएवी) के साथ मिलकर ऑपरेशन कर सकेगा और हाइपरसोनिक मिसाइलों से भी सुसज्जित है।

तेजस मार्क 1A के लिए आने वाला साल होगा अहम

अगला साल भारतीय तेजस मार्क 1A के लिए बेहद महत्वपूर्ण होने वाला है। जनवरी में इसके महत्वपूर्ण ट्रायल्स शुरू होने वाले हैं, जो विमान के विकास के लिए मील का पत्थर साबित हो सकते हैं। HAL (हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड) के सूत्रों के अनुसार, अगले साल का पहला महीना तेजस विमान के प्रोजेक्ट के लिए एक अहम मोड़ होगा। तेजस मार्क 1A के ट्रायल्स में स्वदेशी “अस्त्रा” बियॉन्ड-विजुअल-रेंज (BVR) मिसाइल, विमान के स्थानीय तौर पर निर्मित इलेक्ट्रॉनिक युद्ध सूट और इजराइली एल्टा रडार का परीक्षण किया जाएगा। पहले सभी प्रकार के ट्रायल्स पूरे किए जाएंगे ताकि विमान की सभी क्षमताओं को जांचा जा सके।

यह भी पढ़ें : सलमान खान की सिकंदर का टीजर हुआ पोस्टपोन, जाने अब किस दिन होगा रिलीज

तेजस की डिलीवरी में देरी, लेकिन उम्मीदें बरकरार

हालांकि, तेजस मार्क 1A परियोजना में एक साल की देरी हो चुकी है, लेकिन भारतीय वायुसेना ने HAL से बड़े पैमाने पर तेजस लड़ाकू विमानों का ऑर्डर दे रखा है। मार्च 2024 में इसकी डिलीवरी शुरू होनी थी, लेकिन अमेरिकी कंपनी GE के F404-IN20 इंजन की डिलीवरी में देरी के कारण इन विमानों की आपूर्ति में विलंब हो रहा है। HAL ने अगस्त 2021 में GE के साथ समझौता किया था, जिसके तहत 83 तेजस विमानों के लिए 99 इंजन प्रदान किए जाने थे।

तेजस मार्क 1A की विशेषताएँ

तेजस मार्क 1A को लेकर एक बड़ी उम्मीद ये है कि विमान के अंदर कई उन्नत तकनीकें शामिल हैं। मार्च 2024 में इसकी पहली उड़ान सफल रही, जिसमें विमान 18 मिनट तक हवा में रहा। इस विमान की खासियत यह है कि यह हवा में ही ईंधन भर सकता है, जिससे इसकी रेंज और क्षमता बढ़ जाती है। इसके अलावा, तेजस मार्क 1A में बियॉन्ड विजुअल रेंज (BVR) मिसाइल, एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन किए गए ऐरे रडार और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सूट जैसी आधुनिक सुविधाएँ भी हैं।

यह भी पढ़ें : सलमान खान की सिकंदर का टीजर हुआ पोस्टपोन, जाने अब किस दिन होगा रिलीज

इंजन की आपूर्ति में विलंब

हाल ही में, सूत्रों के अनुसार, भारतीय अधिकारियों का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल F404 इंजन के उत्पादन स्थल का दौरा करने के लिए अमेरिका जा सकता है, जिससे इंजन की पहली यूनिट की आपूर्ति मार्च 2025 में शुरू हो सकती है।

Exit mobile version