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केजरीवाल का 10 का दम, सबसे तेजी से राष्ट्रीय पार्टी बनने की ओर आम आदमी पार्टी

केजरीवाल का 10 का दम, सबसे तेजी से राष्ट्रीय पार्टी बनने की ओर आम आदमी पार्टी

नई दिल्ली: महज 10 साल पहले अस्तित्व में आई आम आदमी पार्टी धीरे-धीरे नेशनल पार्टी बनने की तरफ कदम बढ़ा रही है। अन्ना आंदोलन से निकले अरविन्द केजरीवाल ने भ्रष्टाचार के विरोध में आम आदमी पार्टी बनाई। अब यही पार्टी मात्र10 साल के अंदर देश के दो राज्यों में क्लीन स्वीप करते हुए अपनी सरकार बनाने में कामयाब रही है।

आम आदमी पार्टी का राजनीतिक सफर 2 अक्टूबर 2012 से शुरू हुआ है और अब पार्टी अपने पॉलिटिकल करियर के 10 साल पूरे करने वाली है। आम आदमी पार्टी को पहली बड़ी सफलता हाथ लगी, 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में। AAP ने 70 में से 28 सीटें जीतकर सभी को चौंका दिया। इसके बाद कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई, लेकिन वो ज्यादा नहीं चल सकी। फरवरी, 2014 में अरविंद केजरीवाल ने पूर्ण बहुमत की सरकार ना होने की वजह से इस्तीफा दे दिया।

इसके बाद 2015 में दिल्ली में AAP ने 70 में से 67 सीटें जीतकर इतिहास रच दिया। केजरीवाल सरकार ने बिजली, पानी, शिक्षा पर फोकस किया और इसे देशभर में ‘दिल्ली मॉडल ऑफ गुड गवर्नेंस’ के नाम से प्रचारित किया। 2020 में आम आदमी पार्टी ने फिर चौंकाया और दिल्ली विधानसभा में फिर 70 में 62 सीटें जीतकर ‌BJP को धूल चटा दी। बीते दिनों 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में AAP ने 4 राज्यों में दमखम से चुनाव लड़ा। पंजाब में AAP ने इतिहास रच दिया, वहीं उत्तराखंड और गोवा में भी पार्टी ने अपनी मौजूदगी दर्ज करा दी है।

10 साल में पार्टी का सफर

2 अक्टूबर 2012 – दिल्ली में भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के बाद अरविन्द केजरीवाल ने अपने सहयोगियों के साथ आम आदमी पार्टी का गठन किया।

दिसंबर 2013 – पार्टी ने दिल्ली में विधानसभा की 70 में से 28 सीटें जीती। कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई। लेकिन अरविन्द केजरीवाल ने सीएम के पद से फ़रवरी 2014 में इस्तीफ़ा दे दिया।

मई 2014 – पार्टी ने लोकसभा की 400 सीटों पर चुनाव लड़ा, जिसमें से 4 सीटों पर जीत दर्ज की।

फ़रवरी 2015 – पार्टी ने दिल्ली में 70 विधानसभा की सीटों पर चुनाव लड़ा और इतिहास रचते हुए 67 सीटों पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की।

मई 2019 – लोकसभा का चुनाव AAP ने लड़ा, लेकिन पार्टी को करारी हार मिली। पार्टी दिल्ली की सभी 7 सीटें हारी। हालाकि पंजाब में भगवंत मान जीत गए और इस तरह से पार्टी के हिस्से में एक ही सीट आई।

फ़रवरी 2020 – आम आदमी पार्टी ने फिर चौंकाया और दिल्ली विधानसभा में फिर 70 में 62 सीटें जीतकर ‌शानदार कमबैक किया।

मार्च 2022 – AAP ने 4 राज्यों में दमखम से चुनाव लड़ा। पंजाब में AAP ने इतिहास रचते हुए 117 में से 92 सीटें जीती। वहीं उत्तराखंड और गोवा में भी पार्टी ने अपनी मौजूदगी दर्ज करा दी है।

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