जम्मू-कश्मीर के Kishtwar में बादल फटने से तबाही, लंगर बहा, हाईवे क्षतिग्रस्त, बचाव दल मौके पर

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में मचैल माता यात्रा मार्ग पर चिशोती इलाके में बादल फटने से भारी तबाही मच गई। लंगर बह गया, कई लोग लापता हैं और बचाव दल मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में जुटा है।

Kishtwar

Kishtwar cloudburst: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में गुरुवार को मचैल माता यात्रा मार्ग के चिशोती इलाके में बादल फटने की भीषण घटना हुई, जिससे क्षेत्र में भारी तबाही मच गई। नदी-नाले उफान पर आ गए और एक लंगर बह जाने की खबर है। यात्रा मार्ग पर सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद होने से जनहानि की आशंका जताई जा रही है। कई लोग लापता बताए जा रहे हैं और शुरुआती जानकारी में हाईवे के कुछ हिस्से के बह जाने की भी पुष्टि हुई है। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने स्थानीय प्रशासन और डीसी से संपर्क कर हालात की जानकारी ली है। एनडीआरएफ समेत कई एजेंसियां मौके पर पहुंच रही हैं और बड़े पैमाने पर बचाव अभियान शुरू हो गया है।

मचैल माता यात्रा मार्ग पर बादल फटने से अफरातफरी

Kishtwar जिले के मचैल माता यात्रा मार्ग पर स्थित चिशोती इलाके में बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ ने क्षेत्र को दहला दिया। पानी का तेज़ बहाव लंगर, टेंट और रास्तों को बहाकर ले गया। स्थानीय लोग और श्रद्धालु सुरक्षित स्थानों की ओर भागे, लेकिन कई लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। 2021 में भी इस इलाके में इसी तरह की त्रासदी हुई थी, जिसमें भारी जनहानि हुई थी।

केंद्रीय मंत्री और प्रशासन की सक्रियता

केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने घटना की जानकारी मिलते ही Kishtwar के डीसी पंकज कुमार शर्मा और स्थानीय विधायक सुनील कुमार शर्मा से बात की। उन्होंने बताया कि नुकसान का आकलन किया जा रहा है और तुरंत बचाव व चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।

नेता प्रतिपक्ष और पद्दर-नागसेनी के विधायक सुनील कुमार शर्मा ने कहा कि फिलहाल कोई आधिकारिक संख्या उपलब्ध नहीं है, लेकिन चूंकि यात्रा चल रही थी, इसलिए इलाके में भीड़ अधिक थी और भारी नुकसान की आशंका है। उन्होंने उपराज्यपाल से एनडीआरएफ की टीम भेजने की मांग की है।

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