Lahore blasts: 8 मई 2025 को पाकिस्तान के लाहौर में हुए तीन जोरदार धमाकों ने पूरे देश में दहशत फैला दी। यह धमाके उस समय हुए, जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर था, खासकर भारत द्वारा 6-7 मई की रात को किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद। इस सैन्य कार्रवाई में भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकियों के 9 ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था। धमाकों की आवाजें लाहौर के वॉल्टन, गोपाल नगर और नसराबाद इलाकों में सुनी गईं, जिससे क्षेत्र में भारी अफरा-तफरी मच गई।
लाहौर में धमाके, प्रशासन की घबराहट
चश्मदीदों के मुताबिक, Lahore में सुबह करीब 8 बजे तीन धमाकों की आवाजें गूंज उठीं। धमाकों से पहले सायरन की आवाजों ने क्षेत्र में दहशत फैला दी। वॉल्टन रोड, गोपाल नगर, और नसराबाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई और लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर दौड़ने लगे। Lahore प्रशासन ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची। रिपोर्ट्स के अनुसार, धमाकों की आवाजें मॉडल टाउन, जोहर टाउन और अछरा जैसे इलाकों तक भी पहुंची, लेकिन अभी तक किसी प्रकार के नुकसान या हताहतों की पुष्टि नहीं हो पाई है।
भारत-पाकिस्तान का बढ़ता टकराव
Lahore में धमाकों से ठीक पहले, भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया था। इस ऑपरेशन में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, और हिजबुल मुजाहिदीन के ठिकानों को तबाह किया गया था। भारतीय सेना ने कहा था कि यह कार्रवाई केवल आतंकियों के खिलाफ थी, न कि पाकिस्तान की सेना के खिलाफ। ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान में हलचल मचा दी, और इसके बाद पाकिस्तान की सैन्य और राजनीतिक स्थिति में गंभीर बदलाव देखने को मिले।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और भविष्य का आकलन
पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद अपनी सीमाओं पर सैन्य तैनाती बढ़ा दी और लाहौर, सियालकोट, कराची के हवाई अड्डों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया। पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर गोलाबारी भी शुरू कर दी, जिससे 15 नागरिकों की मौत हो गई। भारत ने इसका सख्त जवाब दिया और सीमा पर अपनी सैन्य तैनाती को बढ़ा दिया। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी भारत-पाकिस्तान के बढ़ते तनाव पर नजर बनाए हुए है।