land registry with marksheet : अब भारत में हाई स्कूल और इंटर पास करने वाले बच्चों को केवल मार्कशीट ही नहीं, बल्कि एक ज़मीन का टुकड़ा भी मिलेगा। यह योजना खासतौर पर उन गरीब और आर्थिक रूप से कमज़ोर बच्चों के लिए है जो पढ़ाई के बाद आगे की ज़िंदगी बेहतर बनाना चाहते हैं।
कसीम एंड शमीम वैलफेयर ट्रस्ट के ट्रस्टी जावेद सिद्दीकी ने बताया कि उन्होंने राष्ट्रपति प्रधानमंत्री राजपाल और मुख्यमंत्री को लेटर लिखा है और उनसे सहयोग मांगा है कि उनकी इस योजना में सरकारी सहयोग से संपूर्ण प्रदेश और देश में लागू किया जा सके फिलहाल ट्रस्ट अपनी जमीन पर ही इस योजना को उन्नाव और कानपुर में ही चला रही है। भविष्य में इसका दायरा और नगरों तक भी बढ़ाया जाएगा
उन्होंने आगे बताया कि baby future प्लान के तहत ये योजना चलाई जा रही है जिसमें क्लास फर्स्ट के बच्चों को उनके गार्जियन ₹ 300 मात्र(10 रू रोज़) महीने में यह योजना ले सकते हैं। जिससे उनका बच्चा जब हाई स्कूल करके निकलेगा तो उनको 50 गज का और इंटर करने पर 100 गज का प्लाट का मालिक बना दिया जाएगा।जिस पर वह अपना मकान बना सकते हैं या उस प्लॉट को बेचकर अपना कारोबार कर सकते हैं और अगर लड़की हो तो उसे अपने आगे की पढ़ाई जारी रख सकती है या उनके शादी ब्याह में काम आएगा
क्या मिलेगा और किसे मिलेगा?
हाई स्कूल पास करने वाले छात्रों को 50 गज ज़मीन मिलेगी।
इंटर पास करने वाले छात्रों को 100 गज ज़मीन दी जाएगी।
यह ज़मीन की रजिस्ट्री मात्र ₹10 प्रतिदिन की आसान किस्तों में मिलेगी।
बच्चों को स्कूल से जो मार्कशीट दी जाती है, उसमें यह गारंटी नहीं होती कि उसे नौकरी या भविष्य में कोई फायदा मिलेगा। लेकिन अब इस पहल के जरिए, उनके पास एक स्थायी संपत्ति होगी जो भविष्य में उनके काम आ सकती है।
कौन चला रहा है यह योजना?
यह योजना कसीम एंड शमीम वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा चलाई जा रही है। ट्रस्ट ने इसे खास उन बच्चों के लिए शुरू किया है जो पढ़ाई के साथ-साथ ज़मीन के मालिक भी बनना चाहते हैं लेकिन आर्थिक रूप से कमज़ोर हैं।
कैसे मिलेगा लाभ?
जब कोई बच्चा हाई स्कूल या इंटर पास करेगा, तो उसे मार्कशीट के साथ-साथ ज़मीन की रजिस्ट्री की कॉपी भी दी जाएगी। इस स्कीम में हिस्सा लेने के लिए सिर्फ ₹10 प्रतिदिन की किश्त देनी होगी। इससे कोई भी गरीब बच्चा भी ज़मीन का मालिक बन सकता है।
क्या है मकसद ?
इस योजना का मुख्य उद्देश्य है कि गरीब और जरूरतमंद बच्चों को आगे की पढ़ाई के साथ-साथ एक मजबूत आधार भी मिले। ज़मीन की रजिस्ट्री से उन्हें आर्थिक सहारा मिलेगा और वे अपने भविष्य की योजना बेहतर तरीके से बना सकेंगे।
इस पहल की खासियतें:
बच्चों के भविष्य को सुरक्षित बनाना।
शिक्षा के साथ आर्थिक सहायता।
गरीब बच्चों को खुद की ज़मीन का हक।
मात्र ₹10 प्रतिदिन की किश्त पर ज़मीन।